बरेली/फतेहगंज पश्चिमी। पांच दिन पहले दो लाख तीस हजार रुपए के लिए छोटे भाई के तहेरे साले महेंद्रपाल और उसके दोस्त सत्यपाल ने रामबाबू की हत्या उसके ही मफलर से गला दबाकर की थी। पुलिस ने रामबाबू हत्याकांड का खुलासा कर मंगलवार को दोनो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पुलिस ने मफलर को पास की झाड़ी से बरामद कर लिया है। मिली जानकारी के अनुसार 25 जनवरी को थाना क्षेत्र के गांव चिटौली निवासी रामबाबू कस्बे की साप्ताहिक बाजार गया था। शाम को नही लौटा। शुक्रवार की सुबह रहपुरा अंडरपास के पास झाड़ियों मे उसका शव बरामद हुआ था। पत्नी जावित्री ने देवरानी सुमन के भाई देवेन्द्र, प्रदीप और तहरे भाई महेंद्र और गांव के एक कातिब देवेन्द्र सक्सेना के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। सोमवार को पुलिस ने मनकरी निवासी महेंद्रपाल व बगरऊ निवासी प्रदीप को हिरासत मे लेकर पूछताछ की थी। पहले तो इधर उधर की बात करके महेंद्रपाल पुलिस को चकमा देता रहा लेकिन जब सख्ती की तो महेंद्रपाल टूट गया। हत्याकांड का खुलासा करते हुए उसने बताया कि मृतक रामबाबू के छोटे भाई हरिशंकर का उसकी पत्नी सुमन से विवाद रहता था। कई बार समझाने पर जब दोनो मे एक साथ रहने की सहमति नही बनी तो कुछ रिश्तेदारों ने पंचायत करके अलगाव का समझौता करा दिया। जिसके मुताबिक रामबाबू को अपने भाई की ओर से सुमन के मायके वालों को दो लाख तीस हजार रुपए देने थे लेकिन सुमन के नाम एक 150 वर्गगज का प्लाट पहले ही रामबाबू ने करा दिया था। जिसको लेकर मृतक रामबाबू ने प्लाट नाम कराने के बाद तय रुपए देने की बात कहकर मामला टाल दिया था। जिसके चलते सुमन के भाइयों और रामबाबू के बीच तनाव चल रहा था। 25 जनवरी को भी प्रदीप, महेंद्रपाल और उसका दोस्त सत्यपाल रामबाबू के घर गए थे। घर पर नही मिलने पर मोबाइल पर खूब गाली गलौज हुआ था। उसी दिन शाम को रामबाबू बाजार जा रहे थे तभी महेंद्रपाल और उसका गांव का दोस्त सत्यपाल बाइक से बाजार जाते समय चिटौली अंडरपास पर मिल गए। बातचीत के दौरान दोनो रामबाबू को वहां से कुछ दूरी पर रहपुरा अंडरपास के पास झाड़ियों में ले गए। वहां तीनों ने शराब पीते समय पुराने झगड़े को लेकर बात बढ़ गई। दोनो ने रामबाबू को पहले पीटा फिर जब वह गिर गया तब उसी के गले मे पड़े मफलर को खींचकर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने दोनो को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।।
बरेली से कपिल यादव