बरेली। नौकरी पर वापस रखने की मांग को लेकर बिजली विभाग के संविदा कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार दूसरे दिन बुधवार को भी जारी रहा। सर्किट हाउस के सामने मुख्य अभियंता कार्यालय पर धरने पर बैठे संविदा कर्मचारियों ने प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वहीं संविदा कर्मचारी संगठन के कुछ नेता वार्ता करने के लिए लखनऊ गए। वहीं दूसरे विद्युत मजदूर संगठन ने कार्य बहिष्कार से दूर रहकर काम किया। जिले में बिजली विभाग के 157 संविदा कर्मचारियों को छंटनी के आदेश के तहत 1 मई से काम से निकालकर सेवा समाप्त कर दी है। इसके बाद संविदा कर्मचारियों ने मुख्य अभियंता कार्यालय से लेकर लखनऊ में मध्यांचल एमडी के कार्यालय पर भी विरोध प्रदर्शन किया था। जिसके बाद प्रबंधन के उच्च अधिकारियों ने उनकी समस्या का समाधान का आश्वासन दिया था लेकिन उनकी मांगे पूरी नही की गई। जिस पर संगठन ने मुख्य अभियंता को नोटिस देकर 20 मई से 72 घंटे के कार्य बहिष्कार पर जाने का एलान किया था। मंगलवार सुबह से संविदा कर्मचारी सर्किट हाउस के सामने मुख्य अभियंता कार्यालय पर धरने पर बैठ गए थे। बुधवार को भी उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन निविदा संविदा कर्मचारी संघ के कर्मचारियों का कार्य बहिष्कार जारी रहा। जिलाध्यक्ष रिंकू श्रीवास्तव ने बताया कि संविदा कर्मचारियों की छंटनी के विरोध के साथ 18 हजार न्यूनतम वेतन की मांग, निजीकरण और फेस अटेंडेंस का विरोध संविदा कर्मचारी कर रहे।।
बरेली से कपिल यादव