शाही, बरेली। दुनकी के लोगों ने हाल ही मे मुस्लिम इलाके से होकर जाने वाले उस रास्ते से कांवड़ यात्रा लेकर निकलने का ऐलान किया था। जिससे कई बार विवाद होने के बाद 2014 में कांवड़ यात्रा के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया था। इसके बाद से इलाके मे कई दिनों से तनाव का माहौल है। पुलिस और प्रशासन के अफसरों के कई बार समझाने के बावजूद दुनकी के लोग प्रतिबंधित रास्ते से ही कांवड़ यात्रा ले जाने की जिद पर अड़े हुए हैं। प्रशासन ने दुनकी गांव में डेरा डाल लिया है। एसडीएम और सीओ ने जब ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया तो उनका कहना था कि मीरगंज विधायक डीसी वर्मा और भाजपा जिलाध्यक्ष पवन शर्मा ने उनसे वादा किया था। वे इसी रास्ते से उनकी कांवड़ा यात्रा निकलवाएंगे। लेकिन अब वे अपनी बात से मुकर रहे हैं। उन्होंने मौके पर आना तक मुनासिब नही समझा। इससे पहले कई दिनों से चल रहे विवाद को तूल देने वाले कुछ नेता शनिवार को तब तक गांव मे लोगों को भड़काते रहे। जब तक मौके पर भारी पुलिस फोर्स नहीं पहुंच गया। जैसे फोर्स पहुंचा तो खुद खिसक लिए। हालांकि पहले वे दावा कर रहे थे कि शनिवार को वे हर हालत मे कांवड़ यात्रा निकलवाकर रहेंगे। चाहे उन्हें जेल क्यों न जाना पड़े। एसपी देहात और एडीएम प्रशासन गांव पहुंचे तो उन्होंने प्रधान के पति से सभी ग्रामीणों को एकत्र करने को कहा। लेकिन प्रधान के पति के बुलावे पर कोई भी ग्रामीण नहीं पहुंचा। बल्कि सभी अपने अपने घर को छोड़कर खेतों की तरफ भाग गए। जब कोई नहीं पहुंचा तो एसपी देहात ने शाही थानाध्यक्ष को खुराफातियों को मुचलका पाबंद करने के निर्देश दिए। इस पर शाही पुलिस ने 28 लोगों के घरों पर नोटिस चस्पा कर दिए। एडीएम प्रशासन ने एसडीएम को दो मजिस्ट्रेटों की तैनाती गांव में करने के निर्देश दिए। इस पर बीडीओ शेरगढ़ और तहसीलदार मीरगंज की गांव में ड्यूटी लगा दी गई।।
बरेली से कपिल यादव