रुड़की/ हरिद्वार- एक महिला को शादी के नाम पर बेचे जाने का मामला प्रकाश में आया है। महिला ने उसके साथ हुई घटना के लिए एक महिला को जिम्मेदार ठहराया है इसके साथ ही पुलिस पर भी मिलीभगत का आरोप लगाया है।
रुड़की के सिविल लाइन में पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि वह मूलरूप से देवबंद की निवासी है और करीब डेढ़ वर्ष पूर्व उसके पति की मौत हो गयी थी। तब से उसके ससुराल वाले उसे परेशान करने लगे। वह अपने आठ वर्ष के बेटे के साथ हरिद्वार स्थित एक कम्पनी में नौकरी करने लगी। तभी उसकी मित्रता पड़ोस में रहने वाली महिला मित्र ने इस पर शादी करने का दबाब बनाया और हरियाणा पुलिस में दरोगा बताकर एक व्यक्ति से 27 जुलाई को महिला की शादी करवा दी। शादी के बाद जब महिला अपने पति के साथ उसके घर पहुंची तो पता लगा कि वह होमगार्ड में नौकरी करता है और डेढ़ लाख रुपए देकर उसने महिला को खरीदा है। पीड़ित महिला ने बताया की वह किसी तरह वहां से भागकर हरिद्वार आयी और हर की पौड़ी पर रहने लगी। वहां से महिला ने वकील से सम्पर्क किया वकील महिला को थाना श्यामपुर लेकर गया। महिला का आरोप है कि पुलिस ने मिलीभगत कर महिला को फिर से होमगार्ड पति के साथ जाने की बात कही। और महिला को बस में बिठा दिया। पीड़ित महिला की माने तो बस के पीछे उसका होमगार्ड पति भी स्कूटर से आ रहा था महिला ने फिर से वकील को फोन किया तो वकील ने रुड़की की भाजपा नेत्री राखी चंद्रा से सम्पर्क साधा। राखी चंद्रा ने महिला को बस से उतारा और अपने साथ ले आयी। पीड़ित महिला ने उसके साथ धोखाधड़ी करने वाली महिला के खिलाफ व थाना श्यामपुर के पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
– रुड़की से इरफान अहमद की रिपोर्ट