बरेली। रविवार की शाम तेज हवा के साथ बारिश से शहर के 10 से अधिक सबस्टेशन ब्रेकडाउन में चले जाने से आधे शहर में बिजली संकट छा गया। संविदा कर्मचारियों के विरोध प्रदर्शन की वजह से तमाम जगहों पर फाल्ट ठीक करने के लिए कोई नहीं पहुंचा। करीब एक लाख से अधिक उपभोक्ता बिजली न आने से परेशान हुए। अन्य जगहों पर फाल्ट रात आठ बजे तक ठीक कराकर आपूर्ति बहाल करा दी गई लेकिन महानगर और हरुनगला में रात तक बिजली का संकट बना रहा। बिजली सुधार के लिए कई करोड़ रुपये से कराए गए कार्यों की बारिश और तेज हवा में पोल खुल रही है। रविवार की शाम तेज हवाएं चलीं। इसके कुछ देर बाद हवा के साथ बारिश शुरू हो गई। इस वजह से सिविल लाइंस, प्रथम, द्वितीय, तृतीय, कुतुबखाना, मिशन सबस्टेशन, महानगर, हरुनगला, दुर्गानगर, सुभाषनगर, किला, सीबीगंज, कोहाड़ापीर, दुर्गानगर समेत 10 से अधिक सबस्टेशन 33 और 11 केवी की लाइन में फाल्ट होने से ठप हो गए। जिससे आधे शहर में बिजली का संकट हो गया। बिजली गुल होने से परेशान लोग रामपुर गार्डन मे बनी हेल्प डेस्क पर कॉल करते रहे। वहां भी बिजली नही होने से हेल्प डेस्क का मोबाइल बंद हो गया और लोगों की शिकायतों को हेल्प डेस्क के कर्मचारी आगे नहीं बढ़ा सके। डेलापीर और जगतपुर सबस्टेशन से जुड़े इलाकों में भी लोकल फाल्ट से आपूर्ति प्रभावित रही। कोहाड़ापीर सबस्टेशन के बानखाना क्षेत्र में हाईवोल्टेज से कई घरों में उपकरण फुंक गए। लगातार 10 से अधिक सबस्टेशन पर फाल्ट और ब्रेकडाउन होने से उन्हें ठीक करने में समय लग गया। नौकरी से निकाले जाने के विरोध में संविदा कर्मचारी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसे में वह फाल्ट ठीक करने के लिए नही गए। अधिकारियों ने किसी तरह से कर्मचारियों से वार्ता कर फाल्ट ठीक कराए। लेकिन महानगर और हरुनगला क्षेत्र में रात तक फाल्ट ठीक नहीं होने से बिजली का संकट बना रहा। अधिशासी अभियंता सुरेन्द्र कुमार ने बताया कि बारिश की वजह से 10 से अधिक सबस्टेशन पर फाल्ट होने से आपूर्ति प्रभावित हो गई थी। फाल्ट को ठीक कराकर आपूर्ति को बहाल करा दिया गया।।
बरेली से कपिल यादव