बरेली। तेज बारिश का क्रम शुक्रवार को भी नही थमा। शुक्रवार की सुबह रुक-रुककर बारिश होती रही। तेज हवा के साथ हुई बारिश से फसलों का खासा नुकसान पहुंचा है। किसानों ने मुआवजा दिलाने की मांग की है। जिले मे बारिश व तेज हवा से धान और गन्ने की फसलें बिछ गई। बारिश से बाजरा, उड़द, तिल समेत अन्य फसलों को भी नुकसान होने की आशंका है। थाना मीरगंज क्षेत्र के गांव हल्दी खुर्द, कपूरपुर, समसपुर, नथपुरा बहरोली, हुरहुरी, तिलमास, कुरतरा, रहपुरा, अगरास, खिरका आदि सहित दर्जनों गांवों में फसलें प्रभावित हुई है। वही शाही क्षेत्र के गांव तुरसापट्टी के किसान वीर देव की छह बीघा और अब्दुल सत्तार की 24 बीघा धान की खड़ी फसल, शाहपुर और महिमा नगला के रहने वाले किसान धर्मवीर की 16 बीघा और लालता प्रसाद की नौ बीघा धान की फसल भी खेत में गिर गई है। शाही क्षेत्र के गांव लालपुर, सेवा ज्वालापुर, कुलछा, बुझिया, प्रेमपुर, नारा फरीदापुर, चकरपुर उर्फ लमकन, खरसैनी, विक्रमपुर, बसावनपुर, फरीदापुर, खजुरिया, बसावनपुर, जिया नगला दर्जनों गांवों में भी यही हाल है। कुछ किसानों की अगेती धान की फसल तैयार है, जिसको भी नुकसान हुआ है। नवाबगंज, क्योलड़िया व फतेहगंज पूर्वी कस्बे सहित देहात क्षेत्रों में भी अधिकांश किसानों के खेतों पर धान की फसल बिछी दिखी पड़ी। फतेहगंज पूर्वी के कुठला गांव के किसान ओमप्रकाश की एक एकड़ की फसल बिछ गई। किसानों का कहना है कि बारिश का क्रम जारी रहा तो बहुत नुकसान होगा। बहेड़ी क्षेत्र में शरबती प्रजाति के धान की फसल जमीन पर गिर गई है। अगर, बारिश लगातार होती रही और खेतों में भर गया तो वह धान खेत में ही खराब हो जाएगा। वैसे बहेड़ी क्षेत्र में मोटे धान की पैदावार सबसे अधिक होती है, जिसमें अभी किसी तरह के नुकसान की सूचना नही है। आंवला क्षेत्र में सबसे ज्यादा नुकसान बाजरा की फसल को हुआ है। किसानों का कहना है कि धान, उड़द और बाजरा की फसलों में बरसात का पानी भर गया है। मनौना गांव निवासी अजय पुरी ने बताया सबसे ज्यादा बाजरा की फसल को नुकसान हुआ है। किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है।।
बरेली से कपिल यादव