लखीमपुर खीरी-दुल्हन के हाथों में मेहंदी लगी रह गयी,लडकी की सहेलियां बारात का इंतजार करती रहीं,घर के लोग और मेहमान सभी बारात के स्वागत की तैयारिंयां कर रहे थे लेकिन देर रात तक दरवाजे पर जब बारात नहीं पहुंची तो सभी हैरान रह गये पता चला कि दूल्हे के परिजनो को तिलक में नगदी नहीं मिली जिसके कारण वह बारात लेकर ही नहीं आये।दहेज लोभियों को तिलक में 51 हजार रुपए नहीं मिले तो वह बारात लेकर ही नहीं आये।पडोसी जनपद सीतापुर ज़िले से बारात आनी थी सभी तैयारियां चल रही थी बारात थाना मितौली क्षेत्र के गरगटिया गांव को आनो थी।टेंट कनात लगी रही।खाना तैयार रहा।सहेलियां इंतजार करती रहीं,लेकिन लड़के वालों की वजह से सब खुशियां आंसुओं में बदल गई।लड़के वाले बारात ही लेकर नहीं आये।लड़की के पिता ने पुलिस को सूचना दी है।नीमगांव थाना क्षेत्र के गरगटिया गांव में सीतापुर के लहरपुर इलाके से शनिवार रात को बारात आनी थी।सभी तैयारियां पूरी हो चुकी थीं।गांव में टेंट कनात भी लग गए थे। हलवाइयों ने खाना बना लिया था।देर शाम तक लड़की वाले बारात आने का इंतजार करते रहे, लेकिन न बारात आयी और न ही बारातियों की बस आई।ऐसे में दुल्हन के पिता ने लड़के वालों को फोन करना शुरू किया।पहले तो लड़के के पिता ने फोन उठाया नहीं, फिर स्विच ऑफ कर दिया।देर रात तक बारात आने का इंतजार होता रहा।सुबह दुल्हन के पिता ने नीमगांव पुलिस को सूचना दी।लडकी के पिता का कहना है कि तिलक के बाद लड़के वालों ने उनसे बाइक की मांग करनी शुरू कर दी। जब उन्होंने देने में असमर्थता जाहिर की तो वे लोग बारात लेकर नहीं आये।।
लखीमपुर खीरी से अनुराग पटेल की रिपोर्ट….