चन्दौली- केंद्र सरकार अपने मौजूदा कार्यालय में जनता से किये गये वायदों को निभाने में पूरी तरह नाकाम रही है तथा उसने संवैधानिक संस्थाओं की गरिमा को नष्ट कर संविधान, लोकतंत्र और देश को खासा नुकसान पहुचाने का काम किया है।उक्त बातें खेत एवं ग्रामीण मजदूर संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य कामरेड अनिल पासवान ने 8 व 9 जनवरी को ट्रेड यूनियनों के राष्ट्रव्यापी घोषित दो दिवसीय हड़ताल के समर्थन में निकाले गये मार्च के दौरान कही।उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार के नीतियों से मजदूर,किसान,नौजवान सहित हर तबका परेशान है,केन्द्र सरकार आम जनता की भलाई के जगह नफरत की राजनीति को आगे बढ़ा रही है।उन्होंने कहाकि इस हड़ताल को उत्तर प्रदेश खेत मजदूर सभा अपने राष्ट्रीय संगठन अखिल भारतीय खेत एंव ग्रामीण मजदूर सभा के साथ मिलकर समर्थन करता है और यह एलान करता है कि मोदी-योगी सरकार के दलित, गरीब, मजदूर,किसान विरोधी कार्यवाही को बर्दाश्त नही किया जायेगा।
वक्ताओ ने आगे कहा कि चकिया में पुलिस उत्पीड़न व जमीन के सवाल बड़े पैमाने पर मौजुद है जिन्हें प्रशासन अविलम्ब हल करे अन्यथा हम बड़े आन्दोलन को जाने के लिए बाध्य होंगे। बाद में कार्यकर्ताओं ने जुलूस की शक्ल में तहसील पहुच कर राष्ट्रपति को सम्बोधित एक मांग पत्र उपजिलाधिकारी दीप्ति देव यादव को सौपें।इस मौके पर विजयी राम,रामायन राम,विदेशी उर्मिला बियार सहित कई लोग मौजूद रहे।
रिपोर्ट…. रंधा सिंह चन्दौली