बरेली। गुरुवार को शिक्षामित्र शिक्षक पात्रता टीईटी-सीटीईटी एसोसिएशन की प्रदेश मंत्री उर्मिला कुमारी के नेतृत्व मे अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन एसडीएम सदर को दिया। प्रदेश मंत्री उर्मिला कुमारी ने मांग की है कि उत्तराखंड सरकार की तरह शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक पद पर नियमित किया जाए। विनीत कुमार चौबे ने कहा कि प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षामित्र वर्ष 2001 से शिक्षण कार्य कर रहे हैं। हम एनसीटीई के अनुसार बीटीसी, टीईटी-सीटेट उत्तीर्ण सभी योग्यताएं पूर्ण करते है। भारत के उत्तराखंड राज्य के शिक्षामित्र, उत्तर प्रदेश के शिक्षामित्र शासनादेशानुसार वर्ष 1999 द्वारा चयनित हुए थे। इसके उपरांत नवंबर 2000 मे उत्तर प्रदेश से उत्तराखंड राज्य अलग बन गया। अधिक सेवा और योग्यता टीईटी को आधार मानकर सेवा नियमावली वर्ष 2019 बनाकर उत्तराखंड राज्य ने शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक पद पर नियमित कर दिया। उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश भारत देश के ही राज्य है इसलिए हम उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक बीटीसी, टीईटी-सीटेट उत्तीर्ण शिक्षामित्रों को उत्तराखंड राज्य शिक्षक सेवा नियमावली वर्ष 2019 की तरह उत्तर प्रदेश शिक्षक सेवा नियमावली बनाकर शिक्षामित्रों को समानता का अधिकार प्रदान करे। हमें सहायक अध्यापक पद पर नियमित किया जाए। ज्ञापन देने बालो में उर्मिला कुमारी, हरिओम, नरेश पाल सिंह, विकास आदि मौजूद रहे।।
बरेली से कपिल यादव