मीरगंज, बरेली। जनपद के थाना मीरगंज क्षेत्र के गांव बहरौली मे झोलाछाप के गलत इलाज ने आशा कार्यकर्ता की मौत हो गई। महिला की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा करते हुए थाना पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। झोलाछाप से इलाज के चलते पिछले 10 दिनों मे तीन महिलाओं समेत चार लोगों की जान चुकी है। थाना क्षेत्र के गांव बहरोली की रहने वाली सुनीता मौर्य (45) पत्नी श्यामवीर मौर्य सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आशा कार्यकर्ता के पद तैनात थी। आरोप है कि शुक्रवार को दोपहर उनकी तबीयत बिगड़ गई। उनके पति इलाज के लिए गांव के ही झोलाछाप के पास ले गए। श्यामवीर ने बताया कि वहां झोलाछाप ने सुनीता को इंजेक्शन लगा दिया। इसके बाद उनकी हालत बिगड़ने लगी। तब झोलाछाप ने दूसरे अस्पताल ले जाने को कहा। परिवार के लोग सुनीता को सीएचसी मीरगंज ले गए लेकिन हालत गंभीर देखकर वहां भी डॉक्टरों ने सुनीता बरेली रेफर कर दिया। बरेली मे निजी अस्पताल में भर्ती करने से पहले ही सुनीता की मौत हो गई। सुनीता की मौत से पति श्यामवीर, बेटा रोहित व केशव और पुत्री प्राची का रो रोकर बुराहाल है। थाना प्रभारी प्रयागराज सिंह ने बताया परिजनों की ओर से कोई तहरीर नही मिली है। मामले में जांच की जा रही है।।
बरेली से कपिल यादव