सम्भल’ पैग़म्बरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद मुस्तफ़ा सललल्लाहो अलैहि वसल्लम के यौमे पैदाइश ( जन्म दिन) के मौक़े पर आशिक़ाने मुस्तफ़ा द्वारा जनपद सम्भल में निकालने वाले जुलूस पर ज़िला प्रशासन द्वारा लगाई गई पाबंदी से जनपद के अमन पसंद मुस्लिम समाज में भारी आक्रोश है ।
शहर सम्भल इमाम ईदगाह मौलाना सुलैमान अशरफ़ हामिदी व अन्य धार्मिक एवं सामाजिक संगठनों ने इस पर नाराज़गी जताई है। और ज़िला प्रशासन से 19 अक्टूबर को जुलूस निकालने की आज्ञा देने की विनम्र अपील की है । बुधवार को अपने एक वक्तव्य में कहा जब राजनीतिक रैलियां निकल सकती हैं तो जुलूस मौहम्मदी पर पाबंदी क्यों लगाई जा रही है ?
इसके लिए उलामा का एक प्रतिनिधि मंडल शीघ्र ही जिलाधिकारी श्री संजीव रंजन से मिलकर मुस्लिम समाज की बैचेनी से अवगत कराकर जुलूसे मौहम्मदी पर लगाई गई रोक को हटाने की मॉंग करेगा । हम उम्मीद करते हैं कि ज़िला प्रशासन प्रधान मन्त्री श्री मोदी का नारा सबका साथ सबका विश्वास के सपनों को साकार करते हुए मुस्लिम समाज की भावनाओं की अनदेखी नही करेगा ।
सम्भल से सय्यद दानिश अली की रिपोर्ट