जूनियर इंजीनियरों के खिलाफ कार्रवाई पर हंगामा, बोले- लड़ेंगे और न्याय लेकर रहेंगे

बरेली। पीडब्ल्यूडी चीफ इंजीनियर कार्यालय में गुरुवार को घमासान रहा। उत्तर प्रदेश डिप्लोमा इंजीनियर संघ के बैनर तले मंडल भर के अवर अभियंता धरने पर बैठ गए। वह जेई देवदत्त पचौरी और आशीष यादव का ट्रांसफर दूसरे जनपद में किए जाने का विरोध कर रहे थे। अवर अभियंताओं के तेवर देखते हुए पीएसी बुलानी पड़ी। हंगामे के मद्देनजर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंच गए। अधिकारियों के आश्वासन के बाद अवर अभियंता माने और शाम चार बजे धरना समाप्त हुआ। लोक निर्माण विभाग के जेई और संघ के जिलाध्यक्ष देवदत्त पचौरी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने और एक अन्य अभियंता आशीष यादव का दूसरे जनपद में ट्रांसफर किए जाने के विरोध में बरेली, पीलीभीत, बदायूं और शाहजहांपुर के अवर अभियंता गुरुवार को सुबह चीफ इंजीनियर कार्यालय पर धरना दे दिया। संघ के प्रदेश अध्यक्ष एचएन मिश्रा ने कहा कि अफसर मनमानी कर रहे हैं और उनका खामियाजा हमारे इंजीनियरों को भुगतान पड़ रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि देवदत्त पचौरी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने में अफसरों की भूमिका अहम रही है। डीएम को गुमराह करते हुये उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। इसके अलावा पदाधिकारियो ने शाहजहांपुर से संबंद्ध किए एई राकेश कुमार का बरेली अटैचमेंट कर उनको दो जगह दी गई सरकारी आवास की सुविधा को निरस्त करने की भी मांग की। कहा कि अगर न्याय नहीं मिला तो प्रदेशभर के अवर अभियंता एकजुट होकर लड़ेंगे। इस दौरान जूनियर इंजीनियरों ने अधिशासी अभियंता से लेकर चीफ इंजीनियर को कठघरे मे खड़ा करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। चीफ इंजीनियर कार्यालय पर हंगामा बढ़ने की जानकारी मिलने पर एसडीएम सदर, अपर नगर मजिस्ट्रेट, सीओ प्रथम कोतवाली भी पहुंच गए। उन्होंने संघ के चुनिंदा पदाधिकारियों को चीफ इंजीनियर कार्यालय में बुलाकर वार्ता की। पदाधिकारी अपनी मांगों पर अड़े रहे और बिना ठोस कार्रवाई धरना समाप्त करने को तैयार नहीं हुए। पुलिस और प्रशासनिक अफसरों के समझाने के बाद भी धरने पर बैठे जेई जब नहीं माने तो पीएसी और कोतवाली से फोर्स मंगा लिया गया। शाम करीब 4 बजे विभागीय अधिकारी और सीओ धरना स्थल पर पहुंचे तब जाकर आश्वासन मिलने पर इंजीनियरों ने धरना समाप्त किया। संजय यादव, पंकज, विवेक, शहदाब, प्रवीण आदि जेई धरना स्थल पर मौजूद रहे। संघ के जिलाध्यक्ष देवदत्त पचौरी पर विभागीय कार्रवाई की तलवार लटक रही है। उनके साथ निर्माण खंड के अवर अभियंता आशीष यादव के खिलाफ भी मुख्य अभियंता व जिलाधिकारी ने स्थानांतरण की संस्तुति शासन को भेज दी है। यही नही पचौरी के निलंबन के लिए भी प्रस्ताव शासन को भेजा गया है।।

बरेली से कपिल यादव

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