शामली/सहारनपुर- महिलाएं जीवन के हर क्षेत्र में पुरुषों को कड़ी टक्कर दे रही है। ऑटो चलाने से लेकर हवाई जहाज उड़ाने तक के काम को वे बखूबी अंजाम दे रही हैं, लेकिन इसके बावजूद दकियानूसी सोच वाले लोगों को लगता है कि वे पुरुषों के मुकाबले शारीरिक व मानसिक रूप से कमजोर होती हैं। यह धारणा समाज में सदियों से जड़ जमाए बैठी है। लेकिन शामली में 10 हजार से ज्यादा निरक्षर महिलाओं ने एक साथ इस धारणा को पूरी तरह से बदल कर रख दिया।
सहारनपुर मंडलायुक्त डॉ. लोकेश एम0 और शामली जिलाधिकारी जसजीत कौर की मेहनत लाई रंग। शामली जनपद में जहाँ दीनदयाल अंत्योदय योजना के अंतर्गत चल रहे राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत 5 हजार से ज्यादा समूह में जुड़ी 55 हजार में से 15 हजार से ज्यादा महिलाएं जो निरक्षक थी, सहारनपुर मंडलायुक्त डॉ. लोकेश एम0 द्वारा इन सभी महिलाओं को शिक्षित करने के लिए 90 दिन का एक मॉड्यूल तैयार कराया गया था, जिसके जरिये आज 10 हजार से ज्यादा महिलाएं पढ़ना, लिखना, बैंक में अंगूठे की जगह हस्ताक्षर करना, समूह के बुक रिकॉर्ड रखना, समूह की कार्यवाही को पढ़ना लिखना, वाहन का नंबर, गंतव्य स्थान पर आने जाने के दौरान सब चीजों को पढ़ना, समाचार पत्र पढ़ना, जरूरी कागज को पढ़कर सुरक्षित रखना और इन सबसे बड़ी बात इन महिलाओं में जबरदस्त आत्मविश्वास आया है।
– सहारनपुर से सुनील चौधरी