राजस्थान/जयपुर- सड़क सुरक्षा अभियान के तहत यातायात पुलिस जयपुर द्वारा शहर की विभिन्न स्कूलों/कॉलेजो, शिक्षण संस्थानों में यातायात नियमों के प्रति जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है। शहर के विद्याश्रम स्कूल में कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमे कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजस्थान पुलिस महानिदेशक भूपेन्द्र सिंह थे।
डीजीपी भूपेन्द्र सिंह ने सम्बोधन में कहा कि स्कूली छात्र-छात्राओं कि बढती सडक दुर्घटनाओं की महामारी को सामूहिक प्रयासों से रोका जा सकता है। उन्होने विद्यार्थियों से 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने के बाद निर्धारित लाईसेंस प्राप्त करके ही वाहन चलाने का आग्रह किया।
यातायात के एडिशनल डीजीपी पंकज कुमार सिंह ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। जयपुर शहर यातायात डीसीपी राहुल प्रकाश ने कहा कि हमें स्वतंत्रता का अर्थ समझकर अनुशासित तरीके से ट्रैफिक नियमो का पालन करना चाहिए। उन्होंने जयपुर में यातायात व्यवस्था नियंत्रण के लिए विभिन्न नई टेक्नोलॉजी की शुरुआत की है। जिसमे मुख्य ओवर स्पीड, सिग्नल तोड़ने वालों की जानकारी सीसी टीवी फुटेज से निकाल उनके घर चालान भिजवाना है। वे मानते हैं कि यह रवैया बहुत ही सख्त है। लेकिन अनुशासन के लिए जरूरी कदम है। आईपीएस राहुल प्रकाश को एक दबंग ऑफिसर भी कहे तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। जयपुर ट्रैफिक डीसीपी पद पर रहते उन्होंने इतनी सख्ती बरती की जून माह में बदमाशों तत्वों के द्वारा उनके पर सार्वजनिक क्षेत्र में फायरिंग हुई। राहुल प्रकाश पाली पुलिस अधीक्षक भी रह चुके है। पाली में एक रात साइकिल पर फर्राटे मार शहर की टोह लेने निकल पड़े थे। उस दौरान जिले में उनकी खासी वाहवाही हुई थी। लूणिया टाइम्स ने भी वह समाचार चलाया था। राहुल प्रकाश ने आगे कहा कि विद्यार्थियों को स्वयं यातायात नियमों का पालन करने के साथ ही अपने अभिभावकों को यातायात नियमों के पालन करने के लिए प्रेरित करना चाहिए। इस तरह के कार्यक्रम शहर की 15 स्कूलों में आयोजित किये गए। कार्यक्रम में यातायात जागरूकता हेतु उजागर थियेटर के कलाकारों द्वारा लघु नाटिका प्रस्तुत की गई।
पत्रकार दिनेश लूणिया