आजमगढ़- मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा जनपद के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों से जन स्वास्थ्य रक्षकों का ब्योरा मांगे जाने पर शुक्रवार को आल इंडिया कम्युनिटी हेल्थ वर्कर एसोसिएशन जनपद इकाई ने खुशी जताया। एसोसिएशन के मंडल प्रभारी रामविनय व जिलाध्यक्ष किसमत्ती देवी सहित अन्य पदाधिकारियों ने सीएमओं कार्यालय पर मुख्य चिकित्साधिकारी व साथियों को मिठाई खिलाकर हर्ष जताया। वर्षों संघर्ष के बाद प्रदेश सरकार की ओर से राज्य के 87500 जन स्वास्थ्य रक्षकों एवं स्वैच्छिक कार्यकर्ताओं के बहाली की हरी झण्डी मिलने के बाद परिवार कल्याण महानिदेशक के आदेश पर जिले के स्वास्थ्य विभाग द्वारा जन स्वास्थ्य रक्षकों के सम्बन्ध में शुरू किये जा रहे सर्वे का एसोसिएशन ने स्वागत किया। मंडल प्रभारी रामविनय ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की तरफ से हर गांवों में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर ढंग से जन-जन तक पहुंचान के लिए जन स्वास्थ्य रक्षकों की नियुक्ति की गई थी। मलेरिया, चेचक, हैजा, पोलियों टीवी, दैवी आपदा आदि रोगों की देखरेख में इनकी अहम भूमिका रहती थी। इन बीमारियों से पीड़ित लोगों का जन स्वास्थ्य रक्षकों की देखरेख में ही इलाज होता था। लेकिन किसी कारण वर्ष 2002 में इन जन स्वास्थ्य रक्षकों से सरकार ने काम लेना बंद कर दिया था। जिलाध्यक्ष किसमत्ती देवी व जिला महसचिव लालजी जैसवारा ने कहाकि सरकार की ओर से प्रदेश के जन स्वास्थ्य रक्षकों एवं स्वैच्छिक कार्यकर्ताओं के मौजूदा स्वास्थ्य योजनाओं के समस्त कार्यक्रमों में समायोजित एवं बहाली की प्रक्रिया को शुरू करने का निर्णय आने के बाद परिवार कल्याण निदेशालय में प्रोग्राम इम्प्लीमेंटेशन प्लान पीआईपी के तहत वित्तीय प्रस्ताव के लिए शासकीय प्रक्रिया शुरू किये है। इसी के तहत प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को आदेश जारी कर जन स्वास्थ्य रक्षकों का ग्राउण्ड सर्वे रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए निर्देश दिये गये है। यह सरकार व स्वास्थ्य विभाग का कदम स्वागत योग्य है। जिलाध्यक्ष ने कहाकि जनपद के मुख्य चिकित्साधिकारी रवीन्द्र कुमार द्वारा भी सभी प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रां पर तैनात रहे जन स्वास्थ्य रक्षकों की रिपोर्ट मांगी गयी है। इस अवसर पर पल्लू यादव, राजकुमार, विपिन सिंह, दुबरी यादव, राजकुमार कोयलसा, चंचल सिंह, उमेश राजभर, प्रदीप कुमार धर्मेन्द्र यादव, चैतू राजभर आदि लोग मौजूद रहे।
रिपोर्ट-:राकेश वर्मा आजमगढ़