बरेली। बुधवार को भारतीय रेल के निजीकरण और कर्मचारियों की मांग को लेकर जंक्शन पर यूआरएमयू ने धरना प्रदर्शन किया। इस धरने मे सैकड़ो कर्मचारियों ने प्रतिभाग कर जमकर नारेबाजी की। रेल के निजीकरण को लेकर भी कर्मचारियों ने जमकर विरोध किया। कर्मचारियों ने सरकार और रेल प्रशासन की नीतियों को कर्मचारी विरोधी नीतियां बताया। आपको बता दें कि यूआरएमयू केंद्रीय कार्यकारिणी के आवाहन पर मण्डल मंत्री शलभ सिंह के निर्देशन में पूरे मुरादाबाद मण्डल में भारत सरकार व रेल प्रशासन द्वारा कर्मचारी विरोधी नीतियों को लेकर धरना प्रस्तावित था। यह धरना 13 सितंबर से लेकर 18 सितंबर तक होना है। इसी क्रम में बुधवार को मुरादाबाद मंडल की बरेली मेन तथा लाइन शाखा द्वारा बरेली जंक्शन पर धरना प्रदर्शन किया गया। जिसका नेतृत्व शाखा सचिव मनोज कुमारी और विवेक सक्सेना ने किया। वहीं इसकी अध्यक्षता नवनीत यादव ने की। जंक्शन के मुख्य गेट पर धरने पर बैठे कर्मचारियों की मांग थी कि रेल प्रशासन द्वारा एएलपी से गार्ड का कार्य लिए जाने के आदेश को तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाए। महगाई भत्ते की तीनों किस्तों के एरियर का भुगतान किया जाए। एनपीएस स्कीम को बंद कर पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू की जाए। रात्रि भत्ता अलाउंस में लगाई गई सीलिंग अनुसार रोक को तुरंत हटाया जाए। रेल गाड़ियों और स्टेशनों के निजीकरण को बंद किया जाए। रेल कर्मचारियों पर आश्रित माता पिता दोनों को रेलवे की ओर से मेडिकल व पास सुविधा उपलब्ध करवाया जाए। धरने में अकरम खान, संजय शर्मा, रविन्द्र कुमार, रामगोपाल, शेरमोहम्मद, पल्टन यादव, सुभाष, अनिल कुमार, बब्लू, पीके यादव, मंयक श्रीवास्तव, भागवत सरन, मंगू , मेवाराम एचएल राणा,अनिल कुमार, रामगोपाल राय, महेश यादव, अशोक राय, राजू कुमार, मोहम्मद जावेद, अशोक वर्मा, संदीप श्रीवास्तव, आदि लोग शामिल हुए।।
बरेली से कपिल यादव