रोहतक – रोहतक की सैंकड़ों आशा वर्कर 16 जुलाई को घेरा डालो डेरा डाला महापड़ाव में हिस्सा लेंगी। यह निर्णय आशा वर्कर्स यूनियन हरियाणा की जिला कमेटी रोहतक की बैठक में लिया गया। बैठक प्रभात भवन में हुई।
बैठक में यूनियन जिला उपप्रधान गीता बैंसी, सीटू के जिला सह सचिव का. विनोद, यूनियन की जिला कोषाध्यक्ष कमलेश भी मिटिंग में उपस्थित रही। मीटिंग में 16 जुलाई को करनाल में होने वाले महापड़ाव की तैयारी की गई।
यूनियन की राज्य महासचिव व जिला उपप्रधान गीता बैंसी ने बताया कि यूनियन ने 16 जुलाई से मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में घेरा डालो-डेरा डाला महापड़ाव का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि अभी 16 से 17 जुलाई तक 2 दिन के महापड़ाव की घोषणा की गई है। 17 जुलाई तक नोटिफिकेशन जारी न होने की स्थिति में महापड़ाव को जारी रखने, अनिश्चितकालीन हड़ताल करने या अन्य किसी भी तरह के बड़े आंदोलन की घोषणा की जाएगी।
गीता बैंसी ने बताया कि भाजपा सरकार वर्कर्स विरोधी सरकार है। ये सरकार यूनियनों के साथ किए गए समझौतों को भी लागू नहीं करती है। उन्होंने बताया कि सरकार ने आशा वर्कर्स के साथ 1 फरवरी को समझौता किया था। इस समझौते को 4 महीने तक भी लागू नहीं किया गया था। मजबूरन आशाओं को 4 महीने बाद आंदोलन में उतरना पड़ा।
राज्य महासचिव के अनुसार विगत 13 जून को सरकार ने आंदोलन के दबाव में समझौते का नोटिफिकेशन तो जारी किया परंतु नोटिफिकेशन को कई शर्तो के साथ जारी किया। आशाओं ने इस नोटिफिकेशन को स्वीकार नहीं किया और आंदोलन जारी रखने का निर्णय लिया।
उन्होंने कहा कि 15 जून आशाओं के जेल भरो आंदोलन के दबाव में सरकार ने माना कि नोटिफिकेशन जारी करने में गड़बड़ियां हुई हैं सरकार ने कहा कि जल्दी से जल्दी इन गड़बड़ियों को दूर करके नया नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा। इस मीटिंग की मिन्ट्स भी जारी की गई लेकिन 20 दिन बाद भी सरकार ने नोटिफिकेशन जारी नहीं किया तो यूनियन के राज्य प्रतिनिधि मंडल ने स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात की और नोटिफिकेशन बारे जवाब तलब किया।
इस बारे स्वास्थ्य मंत्री के संतोषजनक जवाब न देने से आशाओं में गुस्सा और भी ज्यादा बढ़ गया है। अब आशा फिर से सरकार के साथ आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं। 16 जुलाई के महापड़ाव की तैयारियां जोर-शोर से जारी हैं। मीटिंग में पुष्पा, सोनिया मुंगाण, मुर्ति, रजनी, मुकेश, सीमा, भतेरी, सुमन, भी उपस्थित रही।
– हर्षित सैनी,रोहतक