अम्बेडकरनगर,ब्यूरो। शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में अवैध मेडिकल स्टोर व पैथालॉजी सेंटरों की भरमार हो गई है। जो भोले-भाले मरीजों का तरह-तरह की जांच व दवाओं के नाम पर आर्थिक शोषण कर रहे हैं।
डांडी चौराहा और केदार नगर सहित तमाम ग्रामीण क्षेत्र में बिना पंजीयन के मेडिकल स्टोर धड़ल्ले से चलाए जा रहे हैं। ऐसे मेडिकल स्टोरों के पास न तो लाइसेंस है और न ही जानकार व्यक्ति द्वारा डाक्टर की बताई गई दवा दी जा रही है। डाक्टर द्वारा लिखी गई दवा मेडिकल स्टोर पर न होने पर भोले-भाले मरीजों को दवा का सब्स्टीट्यूड थमा उल्लू सीधा किया जा रहा है। यही नहीं मेडिकल स्टोर संचालक स्वयं दवा भी लिखने व करने का काम कर रहे हैं। बिना लाइसेंस के पैथालॉजी सेंटरों की तो बात ही निराली है। किसी भी मर्ज के लिए जांच करना आम बात हो गई है। जबकि बिना लाइसेंस के चलने वाली किसी भी पैथालॉजी सेंटर के पास जांच करने के लिए कोई भी मशीनरी उपलब्ध नहीं है फिर भी जांच के नाम पर मरीजों का शोषण किया जा रहा है। प्रबुद्ध तब के का कहना है कि जिला स्तरीय व शासन स्तरीय छापेमारी के समय ऐसे कारोबारी मेडिकल स्टोर व पैथोलाजी सेंटरों के शटर गिरा कर भाग खड़े होते हैं।
– अखण्ड प्रताप सिंह के साथ विकास वर्मा केदार नगर की रिपोर्ट