बरेली। राज्य विद्युत जूनियर इंजीनियर संगठन के पदाधिकारियों ने लगातार दूसरे दिन गुरुवार को भी सर्किट हाउस के सामने मुख्य अभियंता कार्यालय परिसर में विद्युत सुधार गोष्ठी कर निजीकरण से होने वाले नुकसान के बारे में बताया। पदाधिकारियों ने कहा कि विभाग के निजीकरण से बिजली महंगी होगी और आम लोगों पर इसका असर पड़ेगा। बरेली ट्रेड यूनियंस फेडरेशन ने भी गोष्ठी में शामिल होकर अधिकारी और कर्मचारियों को अपना समर्थन दिया। गोष्ठी मे एसडीओ संजीव प्रभाकर ने कहा कि निजीकरण से बिजली की दरें बढ़ेंगी, जिसका असर उपभोक्ताओं पर पड़ेगा। क्षेत्रीय सचिव धर्मेन्द्र यादव ने कहा कि ओडिशा मॉडल पर निजीकरण किया जाना छलावा है। निजीकरण के बाद लोग महंगी बिजली खरीदने को मजबूर होंगे। जूनियर इंजीनियर और बिजली कर्मचारियों का भविष्य अंधकार में चला जाएगा। बरेली ट्रेड यूनियंस फेडरेशन के महामंत्री संजीव मेहरोत्रा ने कहा कि अभी जो बिल 400 से 500 रुपये आ रहे हैं, निजीकरण के बाद वो हजारों रुपये में आने लगेंगे। जिससे किसान, गरीब और मजदूरों पर आर्थिक बोझ बढ़ेगा। क्षेत्रीय उपाध्याय अमित सक्सेना, अवर अभियंता अजय कुमार, मनोज कुमार, शिव चरन प्रसाद, सुनील वर्मा, अमित चौधरी, अमित कुमार मौर्य, नंद किशोर शर्मा, एमए आलम, सुशील कुमार, पंकज शर्मा, वीरू सिंह आदि मौजूद रहे।।
बरेली से कपिल यादव