बिहार/देसरी- सहदेई बुजुर्ग प्रखंड के चार सौ साल पुराना महानिर्माणि अखाड़ा बाबा बालनाथ मठ तोई में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर बाबा बालनाथ के गुरु गद्दी पूजन, हवन यज्ञ, भंडारा, संकीर्तन का आयोजन किया गया. महंत ब्रह्मनारायन पूरी ने कहा कि गुरु को ब्रह्मा, विष्णु और महेश है. माता -पीता के बाद प्रथम स्थान गुरु को ही दिया गया है. मनुष्य को गुरु अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने का मार्गदर्शन देते है. गुरु के बिना मनुष्य के जीवन में अंधेरा ही अंधेरा है. संत योगेंद्र शरण नाथ ने धरती के आरंभ से ही गुरु की अनिवार्यता पर प्रकाश डाला. वेदों, उपनिषदों, पुराणों, रामायण, गीता, गुरुग्रन्थ साहिब आदि सभी धर्मग्रन्थों एवं सभी महान संतों द्वारा गुरु की महिमा का गुणगान किया गया है. गुरु और भगवान में कोई अन्तर नहीं है.
इस मौके पर सुधीर बाबा, चंदन कुमार यादव, डॉ वीरबहादुर सिंह, राम सेवक सिंह, अनिल सिंह, रामलगन सिंह, संजय सिंह, आचार्य नागेंद्र ठाकुर, भुवनेश्वर प्रसाद सिंह, दीनानाथ सिंह, अरविंद कुमार सिंह, गुड्डू सिंह, शिवशंकर सिंह, राजा शर्मा के आलावा सैकड़ो भक्त शामिल हुए.
– रत्नेश कुमार रत्न सहदेई बुजुर्ग वैशाली।