गुजरात मॉडल दिखाकर मिर्जापुर के युवाओं को ठगा गया :ललितेश पति त्रिपाठी

मिर्ज़ापुर- सोमवार को एक सभा मे मिर्ज़ापुर के कांग्रेस के प्रत्याशी ललितेश पति त्रिपाठी ने कहा कि साल 2014 और 2017 की लड़ाई बदलाव की थी, लेकिन अब समय आ गया है यह पूछने का कि जब ग्राम सभा से लेकर लोकसभा तक भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, तो इस दौरान क्या बदला? प्रधानमंत्री जी जब पिछली बार मिर्जापुर आए थें तो उन्होंने कहा था कि यहां की चिमनियों से धुआं नहीं निकलता, बीजेपी की सरकार आएगी तो इन चिमनियों से धुआं निकलने लगेगा. तो पिछले पांच साल में मिर्जापुर में कौन से उद्योग लगे? मिर्जापुर छोड़िए यही बता दें कि वाराणसी, मऊ, जौनपुर, मछलीशहर, बलिया जहां बीजेपी के सांसद हैं वहां कितने उद्योग लगे। यह वक्तव्य मिर्जापुर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी ललितेशपति त्रिपाठी ने पहाड़ी ब्लॉक के बेदौली गांव में जनसभा के दौरान दिया।
ललितेशपति त्रिपाठी ने कहा कि पिछले चुनाव में गुजरात मॉडल का जिक्र किया गया,लोगों को सपने दिखाए गएं, युवाओं को गुजरात मॉडल दिखाकर गुमराह किया गया, लेकिन अब खुद प्रधानमंत्री भी गुजरात मॉडल का नाम नहीं लेते। जब प्रधानमंत्री बनारस आए थें तो उन्होंने कहा था कि ना मैं आया हूं, ना मुझे भेजा गया है, मुझे गंगा मां ने बुलाया है, तो पिछले पांच साल में गंगा का एक किलोमिटर का क्षेत्र, जो साफ हो पाया हो तो बता दें।
जनता का ध्यान भटकाने के लिए बीजेपी के लोग कभी बॉर्डर पर ले जाते हैं, तो कभी कहते हैं हिंदू खतरे में है, 200 साल अंग्रेजों का शासन रहा-तब हिंदू खतरे में नहीं आया, 60 साल कांग्रेस ने राज किया तब हिंदू खतरे में नहीं आया,लेकिन अब जब प्रदेश से लेकर देश तक बीजेपी का शासन है तो हिंदू खतरे में आ गया,तो यह समझना होगा कि हिंदुओं को खतरा किससे है?
यही तक नही ललितेशपति ने जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि जब मेरे बाबा स्वर्गीय लोकपति त्रिपाठी स्वास्थ्य मंत्री थें तो मिर्जापुर के एक-एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर एमबीबीएस डॉक्टर मौजूद रहते थें।लेकिन आज किसी भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चले जाइए वहां ब्वॉय और कंपाउंडर मिल जाए यही बड़ी बात होगी. त्रिपाठी ने कहा कि मिर्जापुर की जनता का मेरे परिवार की तीन पीढ़ियों पर कर्ज है. मैं मिर्जापुर की जनता से कहना चाहता हूं कि इस बार मुझे आशिर्वाद ताकि मैं उस कर्ज का एक अंश तो चुका सकूं।

मिर्जापुर से बृजेन्द्र दुबे की रिपोर्ट

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