ग़ैरों पर करम अपनों पर सितम की कार्यवाही कर रहा है लैंसडौन तहसील प्रशासन

पौड़ी गढ़वाल/उत्तराखंड – बात जनपद पौड़ी गढ़वाल विकासखण्ड ज़हरीखाल ग्राम सभा पुंडेरगांव के मंजकोट गांव की है जहां लैंसडोन तहसील प्रशासन ग़ैरों पर करम अपनों पर सितम की कार्यवाही कर रहा है।यहाँ पर यही के कथित बाबा चंद्रमोहन बुडाकोटी जो कि मेरठ में रहता है उसका आश्रम बन रहा है और उस निर्माण में मेरठ के मजदूर लगे हैं इन्ही में एक का नाम है कमल भट्ट

कमल भट्ट पर आरोप है कि वो आये दिन गांव की महिला राजमती व उसकी बेटी को डराता धमकाता है अब सोचने वाली बात ये है कि यदि किसी बेटी को कोई परेशान कर रहा हो तो उसके पिता या भाई तो विरोध करेंगे ही तो जब राजमती के पिता शयाम लाल ने इसका विरोध किया तो बाहरी लोगों ने श्याम लाल को एससी-एसटी एक्ट में फंसा दिया वो कुछ इस तरह से कथित बाबा का एक मजदूर मेरठ से मंजकोट पहुचा रात में ओर सुबह पटवारी कौड़िया4 के पास रिपोर्ट दर्ज किया कि श्याम लाल ने उसे जाति सूचक शब्दो से पुकारा है जिसका अब श्याम लाल पर कोट में केस चल रहा है

अब सोचने वाली बात ये है कि क्या मेरठ से रात में मंजकोट पहुचने वाले व्यक्ति ने अपने गले में जाति प्रमाण पत्र लटकाया था जो श्याम लाल को उसकी जाति का पता चला।

इस मामले में बहुत पहले शिकायत पर तहसील प्रसासन लैंसडौन राजमती के गांव मंजकोट पहुचे तो उनके सामने राजमती ने अपना दुखड़ा रोते हुए बताया बाहरी लोगों द्वारा गांव के एक युवा अनुज को गांव में ही पीट दिया जाता है व उसकी कम्प्लेंट पर कोई कार्यवाही नहीं होती इसके बाद तहसील प्रसासन ने मामले रजामंदी करवाई ओर बात हुई कि अब ऐसा कुछ नहीं होगा लेकिन 17 नवम्बर 2019 को फिर से शाम को 6 बजे कमल भट्ट नाम के व्यक्ति ने राजमती को फिर से धमकाया व जान से मारने की धमकी दी

तो 18 नवम्बर को राजमती उप जिलाधिकारी लैंसडौन के पास लिखित रिपोर्ट दी उप जिलाधिकारी ने कमल भट्ट को खूब लताड़ा व पटवारी को इस पर कड़ी कार्यवाही करने के आदेश दिए लेकिन इसमें भी कोई कार्यवाही नहीं हुई तब गाँव के युवा अनुज व अपाहिज राजमती ने कोटद्वार में थाली बजाकर अपना विरोध दर्ज किया तो लैंसडौन उप जिलाधिकारी ने उनको ये कहकर विरोध शांत किया कि वे जल्द कठोर कार्यवाही करेगी पर हुआ उल्टा अपाहिज राजमती व उसके पिता का शांति भंग 116 में चालान कर दिया गया

अब मामले के एक पहलू ये भी है कि आज तक जितने भी कम्प्लेंट मंजकोट वासियो ने दी उनपर कोई कार्यवाही नहीं हुई जबकि बाहरी लोग कोई भी कम्प्लेंट करते हैं तो तुरन्त गांव वालों पर कार्यवाही हो जाती है इसका जीता जागता उदाहरण है एससी-एसटी एक्ट

बता दें कि कथित बाबा चंद्रमोहन पर 2005 में अपनी ही पत्नी की हत्या का आरोप है जिसका इलाहाबाद हाईकोर्ट में केस चल रहा है ।व विगत 3 माह पहले इसी बाबा पर 2 अमरोहा उत्तर प्रदेश की महिलाओं ने देहरादून के राजपुर थाने में रेप का केस दर्ज करवाया जिसमे महिलाओं का मजिस्ट्रेट के आगे भी बयान दर्ज है

इस खबर को प्रमुखता से छापने पर पत्रकार इन्द्रजीत असवाल को को भी कई बार धमकी मिल चुकी है
जब इस ग्राम सभा के पूर्व प्रधान महावीर सिंह द्वारा इस मामले पर जिलाधिकारी तक रिपोर्ट की गई तो बाहरी लोगो ने उनके ऊपर आरटीआई लगाकर परेशान करने की कोशिश की।

– इन्द्रजीत सिंह असवाल की रिपोर्ट लखनऊ

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