*जोधपुर सम्भाग से ही सरकारी परिक्षाओं में नकल गिरोहों द्वारा लगाईं बड़ी सेध
बाड़मेर / राजस्थान- आज-कल चारों ओर नकल ही नकल जैसे अखबारों ओर छोटे बड़े समाचार चैनल की खबरों की वजह से अशोक गहलोत सरकार द्वारा परिक्षाओं को करवाने वाले बोर्ड अध्यक्ष के बर्खास्त होने के बाद अब परीक्षाओं को सम्पन्न करवाने वाले प्रबंधन के इंतजाम पूरी तरह से सवालों के घेरे में आ गए हैं। देशभर में सबसे ज्यादा अनियमितताएं कई बार शिक्षक भर्तियों में सामने आ चुकी है। इसके बावजूद भी सभी राज्यों में शिक्षक भर्तियों को लेकर अलग अलग पैटर्न है। राजस्थान से पहले हरियाणा, यूपी और बिहार में भी शिक्षक भर्तियों में घपला पिछले दो दशक में उजागार हो चुका है। अब रीट परिक्षा में नकल गिरोहों के तार राज्य के हाईप्रोफाइल लोगों से जुडऩे के बाद 32 हजार शिक्षकों की भर्ती से पहले ही सवाल उठने लग गए हैं।
राज्य के बेरोजगार स्टुडेंट्स ओर विपक्षी दलों की ओर से दिनभर सोशल मीडिया पर तरह तरह के कमेंट द्वारा सरकार को जमकर घेरा जा रहा है। राज्य के बेरोजगारों की ओर से भी रीट के दोनों लेवल की परीक्षाएं रद्द करने की मांग लगातार उठाई जा रही है। बेरोजगारों ने इस भर्ती के घपले की जांच केन्द्र सरकार के अधीन सीबीआइ से कराने की मांग की है लेकिन यह राजनीतिक कारणों से सम्भव नहीं लगता है l
मौजूदा हालात में मास्टरी परीक्षा की वजह से बोर्ड की साख खराब हुई है।अशोक गहलोत सरकार को निष्पक्ष तरीके से शिक्षक भर्ती कराने के लिए आरपीएससी या अन्य किसी एजेंसी से शिक्षक भर्ती करानी चाहिए थी। इससे बेरोजगारों में शिक्षक भर्तियों को लेकर विश्वास भी पैदा होगा। दोनों लेवल की रीट परीक्षा को तत्काल रद्द करना चाहिए ताकि नकल गिरोहों से महगे दामों से पेपर खरीदने वाले स्वयं ही आगे आकर नजदीकी पुलिस थानों में जाकर नकल माफियाओं के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करेंगे अन्यथा ओर कोई समाधान नजर नहीं आ रहा है कोई भी परिक्षार्थियो द्वारा एस ओ जी को यह नहीं बताएगा की मेने नकल करने के लिए गिरोहों से पेपर खरीद किया था l
प्रदेश के युवा रीट परीक्षा को लेकर शुरू से ही धांधली के आरोप प्रत्यारोप लगाते रहे हैं। बोर्ड अध्यक्ष व सचिव के बाद अब गहलोत सरकार को बड़ीं बड़ी मछलियों के साथ ही नकल गिरोहों को पकड़ने में ढील देने वाले अधिकारियों ओर कर्मचारियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करनी होगी l
जानकारों ने बताया कि गहलोत सरकार द्वारा अधिकृत जाचं पडताल करने वाली टीमों में भी कोई न कोई भेदिया जरूर दागदार होगा जो अपने निजी स्वार्थ के चलते नकल गिरोहों के लोगों को बचाने में लगे हुए हैं, कड़ी से कड़ी जोडकर जैसे ज्यादातर मामलों में बीट कास्टेबल से लेकर.. कोई भी अपराध रोकने के लिए सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं बीट कास्टेबल जिन्हें अपनी बीट के सभी अपराधियों की पूरी जन्मकुंडली सहित जानकारी होती है ओर दूसरे पुलिस थाने के आसपास की होटलों पर दिनभर की चहलपहल खासकर राज्य के पश्चिमी भाग जोधपुर सम्भाग जहाँ से अमूमन सभी परिक्षाओं के परिक्षार्थियो को नकल गिरोहों द्वारा नकल करने के टोटके उपलब्ध होते रहते हैं कभी पेपर्स तो कभी हाईटेक प्रणाली से लैस साधनों सहित l
– राजस्थान से राजूचारण