कटिहार/बिहार- आज एक बार पुन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम को संबोधित किये। ये मन की बात का 47वें संस्करण था। मोदी ने सबसे पहले देशवासियों को रक्षा बंधन की शुभकामनाएं दी और साथ में कृष्ण जन्माष्टमी की भी बात की और शुभकामनाये समस्त देशवासी को दी। कृष्ण जन्माष्टमी के दौरान होने वाले दही हांडी का भी जिक्र किया। आनेवाले ५ सितम्बर को शिक्षक दिवस की अग्रीम शुभकामानाएं भी दिए और कहा कि कोई गुरु अपने शिष्य को एक भी अक्षर का ज्ञान देता है तो पूरी पृथ्वी में ऐसी कोई वस्तु या धन नहीं, जिससे शिष्य अपने गुरु का वह ऋण उतार सके या पूरा कर सके।
उन्होंने कहा कि संस्कृत ऐसी भाषा है, जिससे तमाम शब्दों की रचना संभव है। श्रावण की पूर्णिमा को संस्कृत दिवस मनाया जाता है। भारत की इस धरोहर को सहेजने वाले लोगों को बधाई। उन्होंने कहा कि आपको जानकर खुशी होगी कि कर्नाटक के गांव मट्टूर के निवासी आज भी संस्कृत भाषा का इस्तेमाल करते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि संस्कृत के सुभाषित हमेशा प्रेरणा देते हैं। यही नहीं पीएम मोदी ने कहा कि भारत रत्न विश्वेश्वरैया के जन्मदिवस 15 सितंबर को इंजिनियर डे के तौर पर मनाया जाएगा।
मन की बात के इस अर्यक्र्म में प्रधानमंत्री ने केरल में आयी बाढ़ का भी जिक्र किया। कठिन परिश्रम करने वाले यह हमारे किसानों के लिए मानसून नयी उम्मीदें लेकर आता है। भीषण गर्मी से झुलसते पेड़-पौधे, सूखे जलाशयों को राहत देता है लेकिन कभी-कभी यह अतिवृष्टि और विनाशकारी बाढ़ भी लाता है। प्रकृति की ये लीला अति कष्ट और क्षति दे जाती है। इस मुस्किल घड़ी में देश के सशस्त्र बलों के जवान एक नायक की तरह कार्य किया है।
उन्होंने कहा कि मन की बात कर्यक्रम के लिए आये सुझावों को देख रहा था। तब देशभर के लोगों ने जिस विषय पर सबसे अधिक लिखा, वह विषय है – ‘हम सब के प्रिय श्रीमान अटल बिहारी वाजपेयी’। 16 अगस्त को उनके निधन की खबर सुनते ही हर कोई शोक में डूब गया था। वे 10 साल से सक्रिय राजनीति और खबरों से दूर थे, लेकिन अंतिम यात्रा में उमड़े लोगों ने इस दूरी को मिटा दिया ”
अटलजी के समृद्ध और विकसित भारत के सपने को पूरा करने का संकल्प दोहराते हुए मैं हम सबकी ओर से अटल जी को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। मैं जरुर कहूँगा स्वस्थ लोकतंत्र के लिए, उत्तम लोकतंत्र के लिए अच्छी परम्पराएं विकसित करना, लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए लगातार प्रयास करना, चर्चाओं को खुले मन से आगे बढ़ाना, यह अटल जी को एक उत्तम श्रद्धांजलि होगी। एक देश एक चुनाव की भी जिक्र किया गया।
प्रधानमंत्री ने मन की बात में अभी हो रहे एशियन गेम्स के बारे में भी जिक्र किया। मैं देश के लिए मेडल जीतने वाले सभी खिलाड़ियों को बधाई देता हूं। शूटिंग में तो हम पहले ही आगे थे, लेकिन अब बुशु और रोइंग जैसे गेम्स में भी पदक आ रहे हैं। इनमें बेटियां के साथ छोटे शहरों को युवा शामिल हैं। 29 अगस्त को हम खेल दिवस मनाएंगे। इस दिन हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद का जन्मदिवस है ।”
हाल में संपन मानसून सत्र में पारित विधेयको की चर्चा की और बलात्कार जैसे दुष्कर्म के दोषियों को कम से 10 साल की सजा और छोटी बच्चियों के दोषी को फांसी की सजा के प्रावधान का भी जिक्र किए, साथ में पिछले दिनों दुष्कर्म के मामलों में मध्यप्रदेश और राजस्थान में अदालतों ने फांसी की सजा सुनाई ।”
प्रधानमंत्री ने आगे कहा की देश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव साथ कराने की चर्चा हो रही है। मानसून सत्र में लोकसभा की प्रोडक्टिविटी 118 और राज्यसभा की 78 फीसदी रही । इस सत्र में पिछड़ों और युवाओं को लाभ पहुंचाने के लिए कई विधेयक पेश किए गए, इसमें ओ बी सी आयोग की गठन साथ में एससी/एसटी के अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए संशोधित विधेयक पास हुआ।”
–अजय कुमार प्रसाद, कटिहार, बिहार