चंदौली – चंदौली के रामगढ गाँव में बीती शाम करीब साढ़े तीन बजे 22 वर्षीय दीपक पाण्डेय मिट्टी से भरे हुए कुंए पर बैठा था और अचानक ही कुंए की मिटटी करीब 20 फीट अन्दर तक धस गयी जिसमें दीपक भी दलदली मिट्टी में पूरी तरह से समां गया । यह देख उसके पिता चन्द्रबली पाण्डेय भी अपने पुत्र को बचाने के लिए कुंए की खायी में कूद गए जिसके परिणामस्वरुप वो भी दलदल में फंस गए ।
स्थानीय लोगों के प्रयासों के उपरांत जब पिता-पुत्र को निकाला नहीं जा सका तो वाराणसी से एन.डी.आर.एफ. की 20 सदस्यीय एक टीम इंस्पेक्टर मनीष सोनी के नेतृत्व में कुशल गोताखोर और रोप रेस्क्यू उपकरणों सहित घटनास्थल पर तत्काल पहुंची
टीम कमांडर इंस्पेक्टर मनीष ने घटना का जायजा लेते हुए पाया कि कुंए में ऑक्सीजन की मात्रा कम है अतः इस स्थिति में ऑक्सीजन सिलेंडर लगाकर रस्सी के द्वारा सबसे पहले एक रेस्कुएर को कुंए में उतारा । कुंए के आस-पास की मिटटी इतनी कमजोर थी की रेस्कुएर को वहां अपने पैर ज़माने में भी बहुत कठिनाई आ रही थी किन्तु इन विकट परिस्थितियों का सामना करते हुए और अपनी जान जोखिम में डालते हुए सबसे पहले कड़ी मशक्कत के बाद पिता के शव को बाहर निकाला गया । दीपक का शव कुंए की गहराई और दलदल में कहीं छिपा हुआ था जिसे टीम के रेस्कुए ने खोजकर बाहर निकला ।
एनडीआरएफ की अद्भुत कार्यशैली और कौशल को देखते हुए जिला प्रशासन चंदौली और स्थानीय लोगों ने एनडीआरएफ के रेस्कुए की सराहना की गयी।
सुनील विश्राम चंदौली