मिर्जापुर – पांच साल पहले देश के मौजूदा प्रधानमंत्री जी ने इस चिमनी की ओर इशारा किया था कि सरकार बनने पर 100 दिन के भीतर इससे धुआं निकलेगा। सरकार बन गई लेकिन इस चिमनी से धुआं नहीं निकला।ललितेशपति त्रिपाठी ने बड़ी चिमनी के सामने एक प्रेसवार्ता में मिर्जापुर लोकसभा क्षेत्र के लिए घोषणापत्र जारी करते हुए कहीं।
ललितेशपति त्रिपाठी ने कहा कि यहां से चंद कदम दूर मिर्जापुर को राज्य के अन्य हिस्सों से जोड़ने वाला शास्त्रि सेतु है जिसपर भारी भावन का परिचालन ठप है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने मिर्जापुर के लिए घोषणापत्र में वायदा किया है कि शास्त्री सेतु की फोरलेनिंग होगी।
मिर्जापुर के लिए अपनी प्राथमिकता गिनाते हुए ललितेशपति त्रिपाठी ने कहा कि विकास में सबसे बड़ी बाधा भ्रष्टाचार है। इसीलिए इस घोषणापत्र में ‘भ्रष्टाचार मुक्त मिर्जापुर’ को सबसे पहले वरीयता दी गई है।ललितेशपति त्रिपाठी ने कहा कि यह लड़ाई हमें और जनता को साथ मिलकर लड़नी है। हमारा लक्ष्य है कि हम सब मिलकर मिर्जापुर को देश का पहला भ्रष्टाचार मुक्त जिला बनाने की ओर ले जाएंगे। इसलिए हमने इस घोषणा पत्र का नाम ‘हमारा मिर्जापुर’ दिया है।
ललितेशपति त्रिपाठी ने कहा कि आज की तारीख में मिर्जापुर एक उद्योग शून्य जिला है। लिहाजा जिले में एक कृषि आधारित औद्योगिक क्षेत्र उनकी प्राथमिकता रहेगी। ताकि किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य भी मिले और किसानों के बच्चों को रोजगार भी। इसके साथ ही मिर्जापुर के युवाओं को उच्च शिक्षा के लिए बाहर के जिलों में भटकना पड़ता है, इसलिए मिर्जापुर में एक विश्वविद्यालय की स्थापना भी महत्वपूर्ण है।
”हमारा मिर्जापुर” घोषणापत्र में समाज के हर वर्ग की आशाओं और अकांक्षाओं को शामिल करने का प्रयास किया है। जिसमें मिर्जापुर में कृषि आधारित औद्योगिक क्षेत्र समेत अधूरे पड़ी बाणसागर सींचाई परियोजना पर बात की गई है। इसके साथ ही हर ब्लॉक में एक गोशाला बनाने की भी बात है ताकि आवारा पशुओं से किसानों की फसल और गोवंश दोनों की रक्षा हो सके।
मिर्जापुर से बृजेन्द्र दुबे की रिपोर्ट