बरेली/फतेहगंज पश्चिमी। लॉकडाउन के दौरान सरकारी मदद का लोग गलत इस्तेमाल भी कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला कस्वा फतेहगंज पश्चिमी क्षेत्र में सामने आया है। दो दिन पहले कस्वा क्षेत्र में सरकार द्वारा लोगों को फ्री में राशन दिया जा रहा है कस्बे के लोग उस राशन को बेच कर उसने शराब पी रहे है। ऐसे लोगों के खिलाफ प्रशासन को कार्रवाई करनी चाहिए। सरकार चाहती है गरीबों को राशन मिले और गरीब चाहते है इस राशन को बेच कर अपने महंगे शौक पूरे कर सरकार की मंशा को विफल करने पर आमादा है। सरकार ने लॉकडाउन तीन मई तक बढ़ा दिया है ताकि लोग सुरक्षित रहे इसी के मद्देनजर सरकार ने गरीबों के लिये फ्री सरकारी राशन के साथ साथ गैस सिलेंडर की भी व्यवस्था कर रखी है ताकि इन गरीब परिवारों के लिये खाद्य सामग्री की समुचित व्यबस्था रहे। लेकिन दूसरी तरफ कस्वे के तमाम परिवार ऐसे भी है जोकि सरकार के इस मंशा को विफल करने पर आमादा है जोकि दुखद है। कस्वे मे मुख्य बाजार में तमाम इस तरह के मामले देखने को रोजाना मिल रहे है। डीलर से राशन लेने के बाद सीधे लाला की दुकान पर राशन बेचते है। डीलर की दुकान से फ्री मिलने वाला राशन मार्केट में खुलेआम बिक रहा है। प्रत्येक कार्ड धारक को कम से 25 से 30 किलो चावल मिल रहा है जो मार्केट में 400 से 500 रुपये में बिक रहा है। प्रतिदिन मार्केट में सरकारी राशन बेचने के बाद शराब व महंगे शौक का इंतजाम कर रहा है। इस तरह से सरकारी राशन की जमकर कालाबाजारी हो रही है जोकि हर नजरिए से गलत है। विभाग को इस मामले में संज्ञान लेना चाहिए जिससे गरीबों को दिए जाने वाला राशन बाजारों मे न बिके।।
बरेली से कपिल यादव