बरेली/फतेहगंज पश्चिमी। प्रशासन के साप्ताहिक बंदी के आदेशों की धज्जियां की खूब उड़ाई जा रही है। प्रशासन ने साप्ताहिक बंदी के दिन पूरे जिले मे अलग-अलग दिन निश्चित कर दिए है। कस्बा फतेहगंज पश्चिमी प्रशासन ने शुक्रवार का दिन निश्चित किया है। इसके बावजूद भी कस्बा बाजार बंदी के दिन पूरा खुला रहा। बाजार में लगा ही नहीं कि बंदी का दिन है। साप्ताहिक बंदी का दिन होने के बाद भी न तो व्यापारियों ने इसका ध्यान रखा और न ही बाजार में प्रशासन ने दुकान बंद कराने की कोशिश की। कस्बे में तमाम व्यापार मंडल व व्यापारी नेता सक्रिय रहते हैं लेकिन कोई भी आज तक साप्ताहिक बंदी नहीं करा सके।जिले में अलग अलग तहसीलों व क्षेत्र मे साप्ताहिक बंदी का अलग अलग दिन प्रशासन ने निश्चित कर दिए है। शुक्रवार को कस्बा फतेहगंज पश्चिमी में साप्ताहिक बंदी का दिन रहता है। लेकिन शुक्रवार को बाजार में शायद ही कोई दुकान बंद रही। बाजार में दुकानें सामान्य दिनों की तरह खुली। जब कारोबार का मंदा होता है तब कस्बे के व्यापारियों को साप्ताहिक बंदी की याद आती है लेकिन जब मई जून का सीजन होता है तो उस समय कारोबार में तेजी आती है। उस समय साप्ताहिक बंदी को भूल जाते है और सभी व्यापारी अपनी अपनी दुकान खोल लेते है। इस तरह से कस्बे के व्यापारियों को सिर्फ कुछ महीने मे साप्ताहिक बंदी की याद आती है। इसी सिलसिले को कायम रखते हुए शुक्रवार को कस्बे के कपड़ा व्यापारियों ने सुबह से ही दुकाने बंद कराकर दोपहर तक कपड़ों की दुकानों पर निगरानी भी करते रहे। अब देखना यह बाकी है कि साप्ताहिक बंदी और एकता कब तक रहती है। कपड़े की दुकानों को छोड़कर बाकी पूरा बाजार रोजाना की तरह खुला रहा। कस्बे में चर्चा है कि प्रशासन को साप्ताहिक बंदी का पालन सख्ती से कराना चाहिए।।
बरेली से कपिल यादव