बरेली। अमर ज्योति यूनिवर्स निधि लिमिटेड नाम से चिटफंड कंपनी खोलकर सैकड़ों निवेशकों से बरेली और बदायूं में करोड़ों रुपये की ठगी कर फरार सूर्यकांत मौर्य को भाजपा महानगर मंत्री पद से हटा दिया गया। सूर्यकांत भाजपा महानगर में मंत्री पद पर पिछले छह साल से जमा था। बदायूं के शहर विधायक महेश चंद्र गुप्ता के मोर्चा खोलने के बाद सूर्यकांत पर संगठन ने कार्रवाई की है। भाजपा के महानगर अध्यक्ष अधीर सक्सेना ने सूर्यकांत को शनिवार को संगठन के सभी दायित्वों से मुक्त कर रिपोर्ट हाईकमान को भेजी है। बरेली के सिंधुनगर कालोनी निवासी सूर्यकांत मौर्य और उसके भाई शशिकांत मौर्य कई साल से अमर ज्योति यूनिवर्स निधि लिमिटेड खोलकर बदायूं और बरेली में कार्यालय बनाकर लोगों से आकर्षक योजनाओं का लालच दिखाकर निवेश करा रहे थे। बदायूं में 300 से अधिक अधिवक्ताओं से करीब एक करोड़ से अधिक की रकम निवेश कराई। कुछ दिन पहले दोनों भाइयों ने बदायूं मे सदर कोतवाली क्षेत्र स्थित कार्यालय एकाएक बंद कर दिया। इससे निवेशकों में खलबली मची। निवेशकों ने आरोपी सूर्यकांत मौर्य के बदायूं से लेकर बरेली के सिंधुनगर स्थित आवास तक हंगामा काटा। दो दिन तक निवेशकों ने सिंधुनगर आवास की घेराबंदी की। इसके बाद बदायूं में दोनों भाइयों सहित अन्य लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी और अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई। हंगामा बढ़ने के बाद दोनों भाई सिंधुनगर स्थित आवास और कार्यालय पर ताला डालकर गायब हो गए। बदायूं में शहर विधायक महेश चंद्र गुप्ता ने आरोपी सूर्यकांत सहित अन्य की गिरफ्तारी के लिए दो दिन पहले एसएसपी से मुलाकात की। इस बीच बदायूं में बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ने दोनों भाइयों सहित नौ लोगों पर तीन सौ अधिवक्ताओं की करीब एक करोड़ रुपये की जमा पूंजी निवेश कराकर हड़पने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज कराई। इससे सूर्यकांत की मुश्किलें बढ़ गई। इतना कुछ होने पर भी आरोपी सूर्यकांत के भाजपा के संगठनात्मक महानगर जिले के महानगर मंत्री पद पर जमे रहने से संगठन पर सवाल उठ रहे थे। भाजपा महानगर अध्यक्ष अधीर सक्सेना ने शनिवार को ठगी के आरोपी सूर्यकांत मौर्य को महानगर मंत्री पद सहित संगठन के अन्य दायित्वों से हटा दिया गया है। इसकी रिपोर्ट भाजपा हाईकमान को भी भेजी गई है।।
बरेली से कपिल यादव