फतेहगंज पश्चिमी, बरेली। थाना फतेहगंज पश्चिमी क्षेत्र के गांव धंतिया के अट्ठारह साइबर ठगों ने लोगों को धोखा देकर करोड़ों कमाने वाले ठगों की संपत्ति जब्त की जाएगी। इसके लिए आरोपियों व उनसे जुड़े लोगों की संपत्तियों का ब्यौरा इकट्ठा किया जा रहा है। पुलिस जांच में पता चला है कि ठगों ने कई संपत्तियां अपने रिश्तेदारों के नाम भी कराई हैं इसलिए वह भी कार्यवाही में शामिल किए जाएंगे। जानकारी के अनुसार थाना फतेहगंज पश्चिमी क्षेत्र के गांव धंतिया में 21 जुलाई को तत्कालीन एसपी अभिषेक वर्मा ने दबिश देकर स्थानीय रैकेट के सरगना जमशेद खां, आरिश खां, साजिद खां, राशिद खां, वारिश खां समेेत 14 लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस जांच में चार नाम और बढ़ाए गए, हालांकि इन आरोपितों की गिरफ्तारी अब तक नहीं हुई है। आरोपियों की गिरफ्तारी के समय मर्सिडीज समेत आधा दर्जन से अधिक लग्जरी वाहन बरामद हुए थे। सभी आरोपियों के गांव में आलीशान मकान बने हुए हैं। जांच में पुलिस को पता चला कि जमशेद ने अपने एक रिश्तेदार को स्कूल बनवाकर दिया है। जिसमें तीन करोड़ से ज्यादा की लागत लगाई गई है। एक अन्य के नाम से इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों का बड़ा शोरूम खोला गया है। इसके अलावा जमीन समेत जिसकी कीमत 8 करोड़ से ज्यादा बताई जा रही है। आरोपियों के कई मकान व प्लॉट भी है। कुछ उनके अपने नाम है तो कुछ रिश्तेदारों के नाम दर्ज हैं। पुलिस सभी का ब्यौरा एकत्रित कर रही है। हालांकि रैकेट से जुड़े कुछ लोगों ने अपनी संपत्ति ठिकाने लगानी शुरू कर दी है। 3 महीने में कई संपत्तियों का सौदा कर भी दिया है। पुलिस ने जब आरोपियों को गिरफ्तार किया था तब पुलिस ने उनकी इनकम का जरिया पूछा था तो कुछ ने खेती के जरिए इनकम बताई और कुछ के पास कोई काम नहीं था। ऐसे में पुलिस का मानना है कि आलीशान बंगला, दुकान या प्लॉट यह सभी सावर ठगी की इनकम से बनाए हैं। अवैध तरीके से बनाई गई संपत्तियों को अब जब्त किया जाएगा। संपत्तियों के बारे में आयकर विभाग को भी सूचना दी गई थी हालांकि वहां से जांच आगे नहीं बढ़ सकी थी।
साइबर ठगों की संपत्ति जब्त होगी। उसी रकम से अमीर हुए रिश्तेदारों की संपत्ति भी जांच के बाद जब्त की जाएगी।
- राजेश पांडेय, डीआईजी
बरेली से कपिल यादव