बरेली। जिला अस्पताल की ओपीडी में सोमवार को पर्चा से दवा काउंटर तक मरीजों की भीड़ दिखी। भीषण गर्मी के बीच इलाज के लिए मरीजों को घंटों लाइन में लगना पड़ा। लैब में रोगियों को गर्मी से राहत देने हत देने के इंतजाम नाकाफी नजर आए। 1421 नए रोगियों ने पंजीकरण कराया। 1300 के करीब पुराने रोगी भी इलाज के लिए पहुंचे। डॉक्टरों के अनुसार डायरिया, त्वचा और बुखार के मरीजों की संख्या अधिक रही। वहीं ओपीडी में हर माह पांच से दस फीसदी मरीज बढ़ रहे हैं। अप्रैल में जहां 41 हजार मरीजों का ओपीडी में इलाज हुआ था। वहीं मई में अब तक करीब 50 हजार हजार मरीजों का इलाज हुआ है। पैथोलॉजी लैब के बाहर धूप में मरीज लाइनों में लगे नजर आए। लैब के अंदर सिर्फ एक कूलर लगा है जबकि सैकड़ों मरीज सैंपल देने के लिए यहां एकत्र होते हैं। यहां गर्मी से बचाव के लिए अस्पताल प्रशासन की ओर से पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए है। फिजिशियन डा. राहुल वाजपेयी ने कहा कि ओपीडी में वायरल, बुखार, खांसी, जुकाम, पेट दर्द, दस्त, डायरिया आदि के मरीज आ रहे हैं। गर्मी बढ़ी है तो पानी की कमी (डिहाइड्रेशन) की समस्या भी मरीजों में देखने को मिल रही है। इसका कारण डायरिया और उल्टी भी है। प्रतिदिन पांच से छह इस तरह के मरीज आते है। इन्हें ओआरएस का घोल पीने के साथ खुद को हाइड्रेट रखने की सलाह दी जाती है। साथ ही लक्षणों के अनुसार दवा दी जाती है। डायरिया होने पर भी पानी की कमी हो जाती है।।
बरेली से कपिल यादव