बरेली। शहर के महाराजा अग्रसेन महाविद्यालय के वॉटनी एमएससी के स्टूडेंट्स को पौधों में लगने वाली बीमारी के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। जिसका शुभारंभ महानिदेशक डॉ. डीके गुप्ता व प्राचार्य डॉ सौरभ अग्रवाल ने किया। वही वनस्पति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. विजय कुमार सिन्हाल, डॉ. जितेंद्र कुमार, डॉ. रितिका मिश्रा और डॉ. नाज के निर्देशन मे छात्र- छात्राओं को प्रशिक्षण दिया गया। डॉ. विजय सिन्हाल ने बताया कि प्रशिक्षण के लिए सभी छात्र-छात्राओं को गेहूं के खेत, सरसों के खेत, बैगन के खेत, आलू के खेत, और गन्ने के खेतों को भ्रमण कराया गया। जिससे उन्हें किताबों के साथ ही साथ जमीनी हकीकत के बारे में भी रूबरू कराया जा सके। विभागाध्यक्ष ने छात्र- छात्राओं को लिटिल लीफ ऑफ ब्रिंजल की पहचान कराई। तो वही डॉ. जितेंद्र कुमार ने गन्ने के खेत से रेड राट ऑफ शुगरकेन, गेहूं के खेत से ब्लैक रस्ट ऑफ व्हीट नामक पादप रोगों को पहचान कर छात्र-छात्राओं को इसके लक्षण बताएं बताए। बही डॉ. रितिका मिश्रा ने गाल फार्मेशन नामक पादप रोग का प्रशिक्षण दिया। डॉ. नाज ने सरसों मे एफिड के लक्षण व पहचान कराई। छात्र -छात्राओं ने विभिन्न बीमारियों के लक्षणों के अध्ययन के लिए सैंपल एकत्र किए। प्रयोगशाला में निरीक्षण करने पर लिटिल लीफ ऑफ ब्रिंजल, रेड राट ऑफ शुगरकेन, ब्लैक रस्ट ऑफ व्हीट, गाल फॉरमेशन, लेट ब्लाइट ऑफ पोटैटो, हाइपरट्रॉफी ऑफ ब्रेसिका आदि बीमारियों का अध्ययन किया।।
बरेली से कपिल यादव