मार्टीनगंज – स्थानीय तहसील के कवरा गहनी गांव में हेमवती नंदन बहुगुणा स्मृति संस्थान के द्वारा एक शाम हेमवती नंदन बहुगुणा के नाम से मुशायरा और कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया । जिसमें पूरे भारत से आये शायर और कवि ने अपनी अपनी काबिलियत का प्रदर्शन किया इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुजफ्फर अली फिल्म डायरेक्टर तथा विशिष्ट अतिथि महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री कृपाशंकर सिंह व कैबिनेट मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार रीता बहुगुणा जोशी रहे।
हेमवती नंदन बहुगुणा स्मृति संस्थान आजमगढ़ के जिलाध्यक्ष साजिद खान आजमी द्वारा ” एक शाम हेमवती नंदन बहुगुणा के नाम ,,कवि सम्मेलन और मुशायरा का आयोजन 12 वर्षों से लगातार करते आ रहे हैं जिसमें प्रदेश और देश के नामचीन शायर और कवि हिस्सा लेते हैं इस कार्यक्रम की शुरुआत शायर खुर्शीद हैदर द्वारा नातिया कलाम पढ़कर हुआ। अपनी शायरी का आगाज करते हुए कहां —
उनका जिस जगह मकान है वह जमीन आसमान है ।
चौदहवीं सदी गुजर गई जिकर मुस्तफा जबान है ।
आरजू है सबको ही मदीने की, अरजियां रसूल से किसी ने न की ।
शायर कुंवर जावेद ने अपने अंदाज में शायरी की उन्होंने कहा —-
चरखा चलाकर हर कोई गांधी नहीं बन सकता है।
मैं अपनी मिट्टी से प्यार करता हूं, मेरी जुबान से हिंदुस्तान ही निकलता है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि मुजफ्फर अली ने कहा कि मैं उर्दू का एक छोटा सा छोटा सा खादिम हूं और जीवनपर्यंत इस की सेवा करता रहूंगा यह मेरा संकल्प है विशिष्ट अतिथि रीता बहुगुणा जोशी ने हेमवती नंदन बहुगुणा के जीवन बृज पर प्रकाश डाला तथा कहां की स्वर्गीय मोती नंदन बहुगुणा शमा समाज की सेवा में लगे रहे कथा समाज के हर वर्ग को साथ लेकर चलने का उन्होंने प्रयास किया उनके ही मुख्यमंत्रित्वकाल में उत्तर प्रदेश में उर्दू को दूसरी भाषा का दर्जा मिला उन्हीं के पदचिन्हों पर चलते हुए हम सभी लोग देश की सेवा में लगे हैं कार्यक्रम को पूर्व गृहमंत्री महाराष्ट्र सरकार कृपाशंकर सिंह ने भी इस कार्यक्रम को संबोधित किया शायरों ने अपनी शायरी से पूरे हाय हुए सुविधाओं को रात भर बांधकर रखा इस अवसर पर मुख्य रुप से परवेज आलम अरविंद जायसवाल सर संभू शेखर शायर जौहर कानपुरी शहीद कई नामचीन शायरों ने कार्यक्रम में शिरकत की ।
रिपोर्टर-:राकेश वर्मा सदर आजमगढ़