आजमगढ़- खराब असलहे, एक्सपायरी गोला बारूद व अनट्रेंड पुलिस कर्मियों के भरोसे जिले की पुलिस अपराधियों से मुकाबला करेगी तो इसका क्या हश्र होगा, यह सभी जानते हैं। अपने जिले की भी पुलिस का कुछ यही हाल है। इस मामले की पोल तब खुली जब एएसपी ग्रामीण नरेंद्र सिंह ने जिले के अतिसंवेदनशील सरायमीर थाने किया। एएसपी ग्रामीण ने जब थाने के शस्त्रागार का निरीक्षण किया तो शस्त्रागार में रखा एक्सपायरी आंसू गैस के गोले को छोड़ने के लिए कहा। आदेश पर थाने के सिपाही ने जब आंसू गैस का गोला दागा तो वह नहीं दगा। इस पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने थाने के दीवान को एक्सपायरी हो चुके आंसू गैस के गोले को तत्काल वापस कर दूसरा लाने का आदेश दिया। वहीं स्टेट गन को जब चलाने के लिए कहा तो सिपाही उसे नहीं चला सके। उन्होंने एक सिपाही से प्रोजेक्ट मिनी फ्लेयर को चलवाया तो चारो ओर उजाला हो गया। एक ने जब रबर बुलेट गन से फायर किया तो गोली चली । इस पर एसपी ग्रामीण ने उक्त सिपाही को शाबासी दी। शस्त्रागार के साथ ही एएसपी ग्रामीण ने थाने की नई बिल्डिग का निरीक्षण करने पर पाया कि बाथरूम ही नहीं है। इस पर नाराजगी जताते हुए कार्यदायी संस्था को पत्र लिखकर बाथरूम बनवाने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान थाने के प्रभारी इंस्पेक्टर शेर सिंह तोमर, सब इंस्पेक्टर राजीव कुमार, राम प्रसाद, हंसराज यादव, रामजी दूबे, विवेक तिवारी, महबूब आलम समेत अन्य कर्मी मौजूद रहे। निरीक्षण के बाद एएसपी ने थाना परिसर में पौध रोपण भी किया।
रिपोर्ट:-राकेश वर्मा आजमगढ़