उत्तराखंड- रिखणीखाल ब्लॉक पौड़ी गढ़वाल रहने वालों की सुध लेने वाला कोई नहीं, हर छोटी बड़ी चीज के लिए यहाँ के ग्रामवासी वर्षों से संघर्ष ही करते चले आ रहे हैं। इनका ये संघर्ष कब ख़त्म होगा कब इन गांव वालो को इनके मूलभूत अधिकारों की सरलता से प्राप्ति होगी ये कहना मुश्किल ही प्रतीत होता है।
सड़क, पानी, राशन, रोजगार तो मुश्किल थे ही अब आधार कार्ड बनवाना भी इनके लिए किसी मैराथन से कम नहीं। मोदी जी के डिजिटल इंडिया में रिखणीखाल ब्लॉक पौड़ी गढ़वाल में रहने वालों को अपना आधार बनवाने के लिए गांव से 100 किलोमीटर दूर कोटद्वार जाना पड़ता है। 100 जाना और 100 आना फिर कोई कागज कम रह जाये तो अलग मुसीबत। मोदी जी ने चुनावी समर में प्रदेश वासियों से डबल इंजन की बात कही और वो उत्तराखंड ने पूरी भी कर दी लेकिन इस प्रकार के प्रकरण जब सामने आते हैं तो लगता है इंजन तो डबल लग गया लेकिन ये “लोहे के टायर पंचर हैं”।
रिखणीखाल ब्लॉक वालों की लम्बी समय से मांग है कि उनकी मुश्किलों को देखते हुए एक आधार केंद्र उनके नज़दीक या ब्लॉक में भी बना दिया जाए लेकिन कोई सुनने वाला नहीं। विधायक का हाल यह है कि वो अपनी विधायकी का मज़ा ले रहे हैं और जिलाप्रशासन विवेचनाओं और समीक्षाओ में ही व्यस्त रहता है। अब ऐसे में रिखणीखाल ब्लॉक बालों को ऐसी मुसीबतों से कब निजात मिलेगी ये कोई कह नहीं सकता।
– पौडी से इंद्रजीत सिंह असवाल