राजस्थान/बाड़मेर- ब्लाक स्तरीय टीम आमजन तक जन कल्याणकारी योजनाओं को प्रभावी रूप से पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं। ताकि जनजातीय गांवों के ग्रामीणों को अंग्रिम पंक्ति में लाया जा सके। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी भारतीय प्रशासनिक अधिकारी रवि कुमार ने भारत पाकिस्तानी सरहदों पर स्थित बाड़मेर जिला मुख्यालय पर आदि कर्मयोगी अभियान के तहत ब्लाक स्तरीय टीम के प्रशिक्षण के समापन समारोह के दौरान यह बात कही। मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवि कुमार ने बताया कि इस प्रशिक्षण उद्देश्य आदिवासी बहुल ग्रामों तक सरकार की योजनाओं को प्रभावी रूप से पहुंचाना और उन्हें मुख्यधारा से जोड़ना है।
रवी कुमार ने कहा कि ब्लाक स्तरीय टीम धरातल पर अच्छा कार्य करेगी तो निसंदेह जन जातीय क्षेत्र के लोगों को अधिकाधिक फायदा मिलेगा। तीन दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान जिला स्तरीय मास्टर टेनर्स की ओर से ब्लाक स्तरीय टीम को आदि कर्मयोगी की जिम्मेदारियों पर विस्तार से मार्गदर्शन दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान संबंधित गांवों में सड़क, आवास, पेयजल, स्वास्थ्य सुविधा, शिक्षा, महिलाओं और बच्चों से जुड़ी सेवाओं तथा वन विभाग संबंधी विकास योजनाओं के लिए मांग प्रपत्र तैयार करने एवं आदर्श ग्राम बनाने की दिशा में कार्ययोजना बनाई गई।
इस दौरान मास्टर टेनर्स की ओर से बताया गया कि जनजातीय गांव विजन निर्माण एक परिवर्तन कार्य प्रक्रिया है, जो जनजाति समुदाय को अपनी आकांक्षाओं को अभिव्यक्त करने, अपने सांस्कृतिक विरासत को सुरक्षित करने और उनके विकास की दिशा में एक स्थाई मार्ग निर्धारित करने में सक्षम बनाती है। इसमें सामूहिक लक्ष्य की पहचान करने, स्थानीय चुनौतियों का समाधान करने और प्रगति के लिए पारंपरिक ज्ञान का लाभ उठाने के लिए सहभागी समाज को बढ़ावा देना शामिल है। जल, स्वच्छता, ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा और वन जैसे विभागों के अधिकारियों को ब्लॉक स्तरीय टीम में शामिल होकर गांव का विकास करना है। इस दौरान अधिशाषी अभियंता प्रदीप जैन, अतिरिक्त विकास अधिकारी लूणाराम राईसल समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
– राजस्थान से राजूचारण