नई दिल्ली । अमरनाथ श्रद्धालुओं का पहला जत्था यहां कड़ी सुरक्षा के बीच रविवार को रवाना हो गया और इस संबंध में आवश्यक प्रबंध कर लिए गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि अब तक देश भर से करीब डेढ़ लाख श्रद्धालुओं ने 46 दिन चलने वाली इस यात्रा के लिए पंजीकरण कराया है। जम्मू बेस कैंप से राज्यपाल सत्यपाल मलिक के सलाहकार के के शर्मा ने झंडा दिखाकर पहले जत्थे को रवाना किया। पूरे अमरनाथ यात्रा के चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। यह यात्रा अनंतनाग जिले के 36 किलोमीटर लंबे पारंपरिक पहलगाम मार्ग और गांदेरबल जिले के 14 किलोमीटर लंबे बालटाल मार्ग से होती है। यहां से निकले श्रद्धालु शाम तक श्रीनगर पहुंचेंगे और सोमवार को बाबा बर्फानी के दर्शन कर पाएंगे। इस तीर्थयात्रा को लेकर साधुओं समेत सैकड़ों श्रद्धालु अत्यंत उत्साहित हैं। जम्मू के मंडल आयुक्त संजीव वर्मा ने बताया कि तीर्थयात्रियों की सुविधा और यात्रा के दौरान उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा समेत सभी जरूरी प्रबंध कर लिए गए हैं। यात्रा 15 अगस्त को खत्म होगी। जम्मू के पुलिस महानिरीक्षक एम. के. सिन्हा ने कहा कि खतरे की आशंका के मद्देनजर यात्रा मार्ग पर लखनपुर (जम्मू-कश्मीर के लिए प्रवेश द्वार) से लेकर आधार शिविरों, आश्रय केंद्रों, ठहराव स्थानों और सामुदायिक किचन स्थानों पर पर्याप्त सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने कहा कि यात्रा को अवरोधित करने की आतंकवादियों की किसी योजना को लेकर खुफिया जानकारी नहीं है, लेकिन राज्य के वर्तमान सुरक्षा परिदृश्य को देखते हुए किसी भी आतंकी प्रयास को विफल करने के लिए सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं।