पिंडरा/वाराणसी- पिंडरा तहसील पर मंगलवार को आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस पर वीआईपी डयूटी के चलते फीका रहा। अधिकारियों की अनुपस्थिति में तहसीलदार न्यायिक नीलम उपाध्याय ने अकेले ही फरियादियों की समस्या सुनी।इस दौरान फूलपुर बाज़ार के दर्जनों व्यापारी व ग्रामीण जनप्रतिनिधियों के खिलाफ नारेबाजी करते हुई तहसील में पहुँचे और तहसीलदार न्यायिक नीलम उपाध्याय को शिकायती पत्र देते हुए आरोप लगाया की पूर्व में बाजार में जलनिकासी की समस्या को लेकर मुख्यमंत्री के पोर्टल पर जनसुनवाई के माध्यम से शिकायत की गई लेकिन सेक्रेटरी द्वारा झूठी रिपोर्ट देकर मुख्यमंत्री को भी भ्रमित किया गया।यही नहीं लाखों रुपए लागत से बनी सड़क गड्ढे में तब्दील हो गई है। सड़क पर उड़ते धूल से भी निजात दिलाने की मांग की।वही फूलपुर में लगे जलनिगम की क्षतिग्रस्त पानी टँकी व पाइप लाइन के चलते प्रदूषित पानी पीने को विवश हैं। इस दौरान प्रमुख रूप से मुन्ना चौरसिया,भानु सेठ, जितेंद्र जायसवाल, राजकुमार, विनोद,राजू,संजय, रमेश आशीष समेत दर्जनों लोग रहे। तहसीलदार ने स्वयं मौके पर जाकर समस्या निस्तारण का आश्वासन दिया। वही रामनगर गजेंद्रा के ओमप्रकाश सिंह ने ग्राम प्रधान के ऊपर भीटा व बंजर पर अपात्रो के आवास बनाये जाने की शिकायत की। वही थाना व अजयपुर के किसानों ने सीआरपीएफ समेत अनेक सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए जमीन देने की पेशकश की। बड़ागांव की मीरा देवी ने दबंगो द्वारा बैनामा की जमीन पर अवैध कब्जा की शिकायत की
तहसील दिवस की दौरान 67 मामले आये।जिसमे मात्र 5 मामलों का निस्तारण हो पाया।
रिपोर्टर-:महेश पाण्डेय मण्डल कॉर्डिनेटर वाराणसी