बाराबंकी। दो दिन से लापता एक व्यक्ति की गला रेतकर हत्या के बाद शव को जला दिया गया। मंगलवार को युवक का अधजला शव सुबेहा थाना क्षेत्र में पड़ा पाया गया। पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने के बाद पुलिस ने शव की शिनाख्त की है और लखनऊ में रहने वाले उसके बड़े पुत्र को सूचना देकर बुलाया, जबकि उसके घर पर आठ वर्ष का पुत्र अकेला है।
सुबेहा थाना क्षेत्र के ग्राम किश्तीनगर मजरे सिधियावां के बाहर स्थित एक बाग में मंगलवार सुबह एक व्यक्ति का अधजला शव मिला। इस व्यक्ति को गला रेतकर मारा गया था। सूचना पर सीओ हैदरगढ़ उमाशंकर सिंह और प्रभारी निरीक्षक चंद्रकांत सिंह ने घटनास्थल का जायजा लिया। युवक का गला रेता गया था और कोई ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगाई गई थी। उसके कपड़े व आंशिक शरीर ही जला था। नीचे पड़ा पैरा तक नहीं जला और मृतक के पैर से चप्पल तक नहीं उतरे थे। मृतक की शिनाख्त हैदरगढ़ कोतवाली क्षेत्र के ग्राम रामबक्श का पुरवा मजरे रौली निवासी परिदीन पुत्र मोहन के रूप में हुई। एएसपी अशोक कुमार ने बताया कि मृतक परिदीन पत्तल बनाने का बेचकर जीवन यापन करता था। उसकी पत्नी राजरानी की डेढ़ वर्ष पूर्व मौत हो चुकी थी। बड़ा पुत्र राकेश हैदरगढ़ के दरियांव सिंह का पुरवा गांव में स्थित अपनी ससुराल में रहता है और मजदूरी करने लखनऊ में रहता है। छोटा पुत्र लवकुश उर्फ गोलू घर पर अकेला था। बच्चे ने बताया कि 23 फरवरी को पिता घर से गए थे फिर वापस नहीं आए। पिता के वापस न लौटने पर पड़ोस में रहने वाली बच्चे की चाची उसको खाना देती थीं।
प्रभारी कोतवाल सुबेहा चंद्रकात ने परिदीन के बच्चे और आसपास के लोगों से बात की, लेकिन उसकी हत्या का कारण अथवा हत्यारोपितों का पता नहीं लग सका। एसपी डॉ. अरविंद चतुर्वेदी ने बताया कि जांच की जा रही है, जल्द राजफाश के निर्देश दिए गए हैं। जलाने का उद्देश्य संभवत: शिनाख्त मिटाने का रहा है, पर शव की शिनाख्त आसानी से हो गई है।