वाराणसी- वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वाराणसी के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक नगर के देखरेख में सीओ भेलूपुर के निर्देश में प्रभारी निरीक्षक लंका के नेतृत्व में चितईपुर चौकी प्रभारी उ0नि0 श्री प्रकाश सिंह की संयुक्त टीम ने प्राप्त सूचना के आधार पर कैंसर हास्पिटल गेट के पास से BHU के छात्र गौरव सिंह जिसकी हत्या बिड़ला हास्टल के सामने कर दी गयी थी नामजद अभियुक्त रूपेश तिवारी पुत्र भूमानी तिवारी निवासी धर्मपुरा थाना खरगापुर जनपद टिकमगढ़ मध्यप्रदेश हाल पता रूम नं0 236 बिड़ला सी हास्टल बीएचयू को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार अभियुक्त रूपेश तिवारी निशानदेही पर एक नाजायज पिस्टल 0.32 बोर व एक जिन्दा कारतूस बरामद किया गया ।
पूछताछ के दौरान रूपेश तिवारी ने बताया कि “विगत सरस्वती पूजा से ही मेरे तथा मेरे मित्र आशुतोष त्रिपाठी, विनय द्विवेदी, कुमार मंगलम से अलग पूजा करने की बात को लेकर हमारे विपक्षी गौरव सिंह तथा उसका भाई प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से विरोध कर रहे थे। बीएचयू में स्पदंन कार्यक्रम के दौरान गौरव सिंह का छोटा भाई सौरभ से हम लोगो की मारपीट व पत्थर बाजी हुई जिसमें मुकदमा भी लिखा गया था उसी मामले में हमारे खिलाफ भी मुकदमा लिखा गया था । उसके बाद गौरव ने अभिजीत मिश्रा से मुकदमा लिखवाकर हमारे दोस्त पवन मिश्रा को जेल भिजवा दिया। पवन मिश्रा से मिलने हम लोग जेल में गये थे। जेल में पवन मिश्रा ने हम लोगों को अपनी परेशानी बतायी । जेल में ही तय हुआ कि गौरव सिंह को रास्ते से हटाना है क्योंकि वह आये दिन हम लोगो का विरोध व बेज्जती कर रहा था। पवन मिश्रा ने बोला कि यदि गौरव रास्ते से हट गया तो विश्वविद्यालय में हम लोगो का बर्चस्व स्थापित हो जायेगा । पवन मिश्रा ने बिहार से 2 शूटर रावण तथा प्रोफेसर नाम के लगभग 6 महीने पहले हम लोगो से मुलाकात करायी थी वो दोनो अक्सर आते थे तथा हमारे साथ हास्टल में अक्सर रूका करते थे। योजना के तहत वो दोनों घटना से लगभग 1 हफ्ते पहले आ गये थे। घटना के दिन दो मोटरसाइकिल जिसमें से एक मोटरसाइकिल विनय द्विवेदी, आशुतोष त्रिपाठी और मैने लंका के लौटूवीर मंदिर के पास से लूटी थी तथा दूसरी मोटरसाइकिल रावण तथा प्रोफेसर ने रमना हाई-वे से लूटी थी। इन दोनो मोटरसाइकिल पर मैं, आशुतोष त्रिपाठी, विनय द्विवेदी, कुमार मंगलम, रावण तथा प्रोफेसर बिड़ला ए हास्टल के सामने असलहे से लैस होकर पहुंचे तथा हास्टल के सामने बने पुलिया के पास खड़े गौरव सिंह को लक्ष्य करके जान से मारने के लिए असलहो से फायर किया गौरव घायल होकर गिर गया । हम लोग वहां से तुरन्त भाग लिये। भागते समय 3 असलहे मैने अपने पास रखा था शेष असलहो को रावण व प्रोफेसर लेकर चले गये। मैने 2 असलहे विनय द्विवेदी को छिपाने के लिये दे दिया तथा एक असलहा कैंसर अस्पताल के पास छुपा कर रख दिया और आगे का हाल जानने के लिए खाली हाथ बीएचयू परिसर में वापस आया। जहां विरोधी ग्रुप द्वारा मुझे देखते ही पकड़ कर मारा पीटा जाने लगा । पुलिस द्वारा किसी तरह मुझे बचाया गया और दीन दयाल अस्पताल में भर्ती कराया गया । उपचार के बाद मैं डिस्चार्ज होकर करौंदी में अपने दोस्त के यहां रात भर रूका और आज छिपाये गये असलहे को लेकर अपने गांव भागने ही वाला था कि आप लोगो ने मुझे पकड़ लिया। गौरव सिंह पर मैने भी इसी असलहे से फायर किया था।“
गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक श्री भारत भूषण तिवारी, चितईपुर चौकी प्रभारी उ0नि0 प्रकाश सिंह, नगवां चौकी प्रभारी उ0नि0 घनश्याम शुक्ला, का0 मुकेश सिंह चौहान, का0 भानू प्रताप सिंह, का0 मानस तिवारी, का0 दीपक कुमार, हे0का0 अतुलसिंह मुख्य भूमिका निभाई।
रिपोर्टर:-महेश पाण्डेय नेशनल हेड(AV News)