बरेली। मास्क न लगाने पर पुलिस पर पैर और हाथ में कील ठोंकने का आरोप लगाने वाला रंजीत अब बैकफुट पर आ गया है।इस बारे में बरेली पुलिस की ओर से एक वीडियो भी साझा किए गए हैं।कल तक गम्भीर आरोप लगाकर पुलिस को कठघरे में खड़ा करने वाला फरियादी अब विलेन बन गया।एसएसपी इस मामले को पहले ही झूठा बता रहे थे.पुलिस पर लगाए थे संगीन आरोप बरेली जिले के बारादरी थाना क्षेत्र की पुलिस चौकी जोगी नवादा में तैनात पुलिसकर्मियों पर रंजीत ने गंभीर आरोप लगाए थे. युवक का आरोप था कि उसने मास्क नहीं लगाया था. जिस पर पुलिसकर्मियों ने उसके साथ न सिर्फ बेरहमी से मारपीट की, बल्कि उसके हाथ और पैर में लोहे की कीलें भी ठोंक दीं,लेकिन अब एसएसपी बरेली ने इस मामले में दो ऐसे वीडियो मीडिया को उपलब्ध कराए हैं. जिसमें हाथ और पैर में कील लेकर एसएसपी दफ्तर पहुंचा शख्स अपनी ही गलती बता रहा है।अलर्ट पुलिस ने इस मामले में एक दूसरा वीडियो भी जारी किया है. जिसमें जरीजदोजी का काम करने वाले ठेकेदार नैसर अली ने बताया कि दो साल पहले रंजीत उनके यहां काम करता था,यहां 24 मई की रात रणजीत रूका था. उसने ही सिलसिलेवार तरीके से अपने हाथ और पैर में कील ठोंकी थी. अब नैसर अली अपने यहां पनाह देने के मामले पर माफी मांग रहे हैं।सोचने वाली बात है कि कल तक हीरो आज विलेन बने रंजीत ने आखिर इतना बड़ा कदम क्यों उठाया क्या हजार रुपए के चालन के लिए कोई खुद को इतनी यातनाएं दे सकता है और खुद अपने हाथ और पैरों में हथौड़े से कील ठोक सकता है या तो यह कोई सनकी या पागल ही कर सकता है अगर यह आम इंसान है तो पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े करता है। या पुलिस ने अपना गुड वर्क दिखाने के लिए एक आम इंसान को डरा धमका कर खुद को वाइट कालर दिखा दिया।
पुलिस पड़ताल में सनकी निकला पुलिस पर यातनाएं देने का आरोप लगाने वाला युवक
