वाराणसी/जंसा -जंसा थाना क्षेत्र के दानुपुर गाँव निवासी मोहन वनवासी के चार वर्षीय पुत्र आशीष का शव खेत में विगत 7 जून को पाया गया था।बताया जाता है की दानुपुर गाँव निवासी मोहन वनवासी के बहन की शादी होने के लिए कछवा थाना के छतेरी गाँव से 7 जून रात्रि को बारात जंसा के दानुपुर गाँव आयी हुई थी की उसी बीच मोहन का चार वर्षीय पुत्र आशीष कही गायब हो गया था।परिजनों ने काफी खोजबीन की परन्तु कोई सुराग हाथ नही लगा थक हार परिजन रात्रि में बच्चा गायब होने की सुचना 100 नम्बर पर दिए थे।सुचना पर पहुँची जंसा पुलिस ने शादी में भीड़भाड़ देख बच्चा कही अन्यत्र सो जाने की बात कहकर वापस चले गए थे।वही घर से दूर सीवान के खेत में आशीष का लाश पड़ा मिला था।जिसकी सुचना किसी ने गाँव में दी तो आनन फानन में मोहन के परिजन खेत में दौड़ते हुए गए और लाश को अपने पुत्र आशीष के रूप में शिनाख्त की और दहाड़े मारकर रोने लगे थे।घटना की सुचना तत्काल जंसा पुलिस को दिया गया था।सुचना पर जंसा पुलिस मौके पर पहुँची वही कुछ देर बात घटना स्थल पर विधि विज्ञान प्रयोगशाला वाराणसी जोन की टीम भी मौके पर पहुँची और जॉच पड़ताल भी गम्भीरता से की थी।
वही मृतक की माँ शीला का आरोप रहा की हमारी देवरानी मन्जू देवी ने आये दिन बात विवाद करती रहती थी और गत दो दिन पूर्व मन्जू ने फोन कर शीला को बोली की अब मैं देखती हूँ की तुम कैसे अपने ननद की शादी कर पाती हो इस धमकी भरी फोन से शीला डरी शहमी थी इस बात की जानकारी वह किसी को अपने घर में नही दी थी।मोहन वनवासी व राजेश वनवासी दोनों सगे भाई है।
आशीष वनवासी पुत्र मोहन वनवासी 4 वर्ष का अपहरण हत्या कर शव को छिपा देने के सम्बंध में जंसा पुलिस गम्भीरता से जाँच पड़ताल की तो मामला झाड़ फूँक तांत्रिक के खेल से सम्बंधित प्रकाश में आया।झाड़ फूँक के चक्कर में तांत्रिक राजेश वनवासी व एक अज्ञात तांत्रिक के द्वारा हत्या कर शव को छिपा दिया गया था।उपरोक्त घटना में राजेश की गिरप्तारी गुरुवार सुबह दस बजे जंसा चौराहा से किया गया।वही इस बाबत जंसा एसओ मनोज कुमार का कहना रहा की मुकदमा के सम्बंध में विवेचना से इन दोनों ब्यक्ति का नाम प्रकाश में आया जिसके अनुपालन में राजेश को गिरप्तार कर मेडिकल कराकर जेल भेज दिया गया तथा एक शेष अभियुक्त के गिरप्तारी हेतु लगातार दबिश दी जा रही है।
नाबालिग आशिस की हत्या शादी के पहले हुई थी झाड़ फूँक में:-
मामला झाड़ फूँक से जुड़ा:-
मिली जानकारी के अनुसार आशीष की माँ शीला देवी पास के ही किसी तांत्रिक के यहाँ झाड़ फूँक कराने जाती थी जहाँ उनका देवर राजेश सोखा का काम करता था।पूछताछ में मृतक के तांत्रिक चाचा राजेश ने बताया की हम लोग शराब पीकर झाड़ फूँक का काम करते थे और भूत प्रेत ऊपरी बाधा हटाने के लिए पीड़ित को जमीन पर पटकर उसका इलाज करते थे।उसी दौरान एक दिन मेरे गुरु सुबास वनवासी शराब का अत्यधिक सेवन कर लिए थे और आशीष को तेजी से जमीन पर पटक दिए जिसके कारण उसकी मौत हो गयी।तभी तांत्रिक बाबा ने मृतक के माँ शीला को आश्वासन दिया की घबड़ाओ मत मैं शादी के समय तक आशीष को तन्त्र विद्या से जीवित कर दुँगा लेकिन जब ऐसा नही हुआ तो गुरु ने अपने चेला राजेश से आशीष का शव घर के सामने खेत में फेंकने को कह दिया और तभी से वह फरार चल रहा था उधर चाचा राजेश और उसकी माँ शीला पुलिस को झूठी सुचना अपहरण की दे डाली जिससे पुलिस रात भर हलकान रही।जंसा पुलिस के गहन विवेचना में अपरहण नही झाड़ फूँक में हत्या किये जाने की मामला प्रकाश में आयी और मृतक के चाचा राजेश को जंसा पुलिस गिरप्तार कर जेल भेज दी और एक अभियुक्त की तलाश के लिए जंसा पुलिस के द्वारा दबिश जारी है।
रिपोर्ट-:एस के श्रीवास्तव विकास जंसा