लखनऊ – राजधानी के एनेक्सी भवन में आज सीएम योगी ने शिक्षामित्रों के 6 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की उनकी इस बैठक के बाद उम्मीद जताई जा रही हैं कि शिक्षामित्रों की समस्या का जल्द ही समाधान होगा। इस बैठक में शिक्षामित्र संघ के प्रदेश गाजी इमाम आला भी मौजूद हैं आज की मुलाकात में किसी समस्या का हल तो नही निकला लेकिन योगी सरकार ने तीन माह का समय बताया की सभी समस्याओ का हल तलाश लिया जायेगा। 25 जुलाई, 2017 को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद शिक्षामित्रों का समायोजन रद्द किया गया था। तभी से शिक्षामित्र अपनी मांगों को लेकर लगातार आंदोलन कर रहे हैं।
शिक्षामित्रों की मांग है कि उनको पैराटीचर बनाया जाए. इसके अलावा जो शिक्षामित्र टीईटी उत्तीर्ण हैं। उन्हें बिना लिखित परीक्षा के नियुक्ति दी जाए बता दें कि समायोजन रद्द होने के बाद से कई शिक्षामित्रों की मौत हो चुकी है उनकी मांग हैं कि उन सभी को मुआवजा देने के साथ परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए इसके अलावा असमायोजित शिक्षामित्रों के लिए भी सरकार कोई समाधान निकाले लगातार जारी प्रदर्शन के बाद आज हुई इस बैठक से योगी सरकार शिक्षामित्रों के मामले में भी नरम रुख अख्तियार करने की उम्मीद नजर आ रही है। योगी सरकार ने कहा हाईकोर्ट से आये सभी आदेशो का परीक्षण कराया जा रहा है। हम न्यायालय का सम्मान करते है। सरकार की तरफ से तत्काल मानदेय बढ़ाने के लिए भी कुछ नही कहा गया। इतना जरूर कहा गया कानून के अनुसार रास्ता निकाला जायेगा। और नियमानुसार सभी शिक्षामित्रो को लाभ देने का प्रयास सरकार कर रही है। लेकिन सूत्रों के अनुसार पता चला है राज्य सरकार नई शिक्षानिति आने का इंतजार कर रही है।
-देवेन्द्र प्रताप सिंह कुशवाहा