उत्तराखंड/हरिद्वार- हरिद्वार के क़स्बा मंगलौर में कई सड़के 35 साल पहले बनी थी जो आज तक सही सलामत है।उनमे अच्छी सामग्री इस्तेमाल की गई थी।
और अब नगर पालिका परिषद मंगलौर द्वारा 2018 में लगभग 38 करोड़ की लागत से मंगलौर में काफी सड़के बनाई जा रही है।नियम कानून तक पर रख कर उनमे बहुत ही घटिया सामग्री इस्तेमाल की जा रही है।जिस से सड़क 35 दिन भी नही टिक सकी और धसनी,उखड़नी शुरू हो गई है। यहाँ तक सड़क मे रेत उठनी शुरू हो गई है।
सड़क बनने के एक सप्ताह बाद इसकी शिकायत ग्राम अकबर पुर टांडा निवासी अफ़ज़ाल पुत्र असगर ने सीडीओ हरिद्वार से की थी। सीडीओ ने अपने विभाग के जाँच अधिकारी एई गोस्वामी को जाँच सौप दी थी।लेकिन एई गोस्वामी मौके पर निरीक्षण करने के बजाए नगर पालिका परिषद के अधिकारियो के साथ ऑफिस में बैठ कर जाँच रिपोर्ट तैयार करने में लग गए। साठ गांठ का खेल चलता रहेगा।कोई अधिकारी सही जाँच करने को तैयार नही।अगर सही जाँच की जाये तो करोड़ो का घोटाले का खेल सामने आ जायेगा।
और नगर पालिका परिषद मंगलौर द्वारा कस्बे में 2014 में बनी अच्छी सडको को उखाड़ कर नई सड़के बनाई जा रही है।यह कमीशन खोरी और सरकारी धन को ठिकाने लगाने का खेल नही है तो और क्या है।
– हरिद्वार से तसलीम अहमद की रिपोर्ट