झांसी। महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों द्वारा मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ करना और उपचार में लापरवाही बरतना कोई कोई नया मामला नहीं है। आज भी चिकित्सकों ने लापरवाही की पराकाष्ठा कर दी और एक घायल को तकिया देने के बजाए उसका कटा हुआ पैर ही उसके सिर के नीचे लगा दिया। घायल एक स्कूल बस का क्लीनर है, जो सुबह हादसें में बुरी तरह घायल हो गया था।
गौरतलब है कि शनिवार की सुबह लहचूरा थाना क्षेत्र में एक स्कूल बस उस समय पलट गई थी, जब बस के चालक ने सामने से आ ट्रैक्टर को बचाने का प्रयास किया था। इस घटना के बाद बस का चालक तो वहां से भाग गया था, मगर बस पलटने से आधा दर्जन स्कूली बच्चे और बस का क्लीनर लहचूरा थाना क्षेत्र के ग्राम इटायल निवासी घनश्याम 25 पुत्र देवकी बुरी तरह घायल हो गया था। इस हादसे में उसका बांया पैर कटकर शरीर से अलग हो गया था। उसे गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज लाया गया। यहां काफी जद्दोजहर के बाद चिकित्सकों ने उसका उपचार शुरू किया। उसे पलंग के बजाए काफी देर तक स्ट्रेचर पर लिटाए रखा। इतना ही नहीं, लापरवाही की हद तो तब हो गई, जब उसे तकिया देने के बजाए घनश्याम सिर के नीचे उसी का कटा हुआ पैर लगा दिया।
मीडिया पहुंची तो हडक़ंप मच गया। आनन-फानन में उस पैर को हटा लिया गया। इस बारे में जब मेडिकल कॉले के सीएमएस डॉ. हरिश्चंद्र आर्य से बातचीत की गई तो उन्होंने तथ्यों के आधार पर दोषी के खिलाफ कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया। बाद में तत्काल हालात की जानकारी लेने मेडिकल कॉलेज पहुंच गए।
रिपोर्ट- उदय नारायण ,झांसी