शाहजहांपुर – उत्तर प्रदेश की राजनीति में भूचाल ला देने वाले विधि छात्रा के यौन शोषण केस में पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद को एसआईटी ने शुक्रवार सुबह उनके आश्रम से गिरफ्तार कर लिया गया है।
गौरतलब है कि विधि छात्रा का सोमवार को 164 के कलमबंद बयान न्यायिक मजिस्टेट प्रथम गीतिका सिंह के समक्ष दर्ज करवाये गए थे। इसके बाद सोमवार रात स्वामी चिन्मयानंद की हालत अचानक बिगड़ी गई। आनन फानन कार्डियोलॉजिस्ट व फिजीशियन सहित चार डॉक्टरों की एक टीम स्वामी चिन्मयानंद को देखने और उनका उपचार करने मुमुक्षु आश्रम पहुंच गई थी।
वहीं, पीड़िता लगातार आरोपी बीजेपी नेता चिन्मयानंद के खिलाफ रेप का केस दर्ज करने और उसकी गिरफ्तारी की मांग कर रही थी। बुधवार को पीड़िता ने चिन्मयानंद की गिरफ्तारी न होने की सूरत में आत्मदाह की धमकी भी दी थी।
दूसरी तरफ बुधवार की शाम तबियत खराब होने पर चिन्मयानंद को शाहजहांपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया था। शाहजहांपुर मेडिकल कालेज से गुरुवार शाम चिन्मयानंद को केजीएमयू के लिए रेफर कर दिया गया, लेकिन चिन्मयानंद ने आयुर्वेद पद्धति से इलाज कराने की बात कहते हुये केजीएमयू न जाकर गए वहां से सीधे अपने मुमुक्षु आश्रम पहुंचे।
चिन्मयानंद की गिरफ्तारी को देखते हुए शुक्रवार सुबह से ही मुमुक्षु आश्रम के बाहर भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया था। लगभग 9 बजे पुलिस फोर्स के साथ मुमुक्षु आश्रम पहुंची एसआईटी टीम ने दुष्कर्म के आरोपी स्वामी चिन्मयानंद को गिरफ्तार कर लिया। मेडिकल कॉलेज स्थित ट्रामा सेंटर में चिकित्सीय जांच के एसआईटी ने चिन्मयानंद की कोर्ट में पेश किया जहां पहले से ही भारी मात्रा में पुलिस फोर्स तैनात कर दिया गया था। ताकि कहि कोई गड़बड़ी के कर पाए। इसके साथ ही चिन्मयानंद के स्वस्थ्य को देखते हुए एतिहातन कोर्ट परिसर में एक एम्बुलेंस भी तैनात कर दी गई थी।
उल्लेखनीय है कि, स्वामी पर उनके ही कॉलेज में पढ़ने वाली कानून की एक छात्रा ने ब्लैकमेल कर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था। बाद में सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाईकोर्ट की दो सदस्यीय विशेष पीठ गठित करवा कर पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित करने का निर्देश दिया था। स्वामी को गिरफ्तार करने वाली एसआईटी टीम का नेतृत्व यूपी पुलिस के महानिरीक्षक नवीन अरोरा कर रहे हैं।
अंकित कुमार शर्मा