वनराज ने वन अमले को जमकर छकाया: सोमखेड़ा के जंगल में बाघ के विचरण से दहशत

* पन्ना टाइगर की टीम जल्द आयेगी..
*सुहाने मौसम में वनराज ने वन कर्मियों को छकाया

मध्यप्रदेश/ दमोह – पिछले 2 माह से बिना कालर ID के घूम रहे आवारा बाघ ने अब सोमखेड़ा के जंगल में दस्तक दे दी है। गुरुवार को मोहली ओर झापन गेम परिक्षेत्र की टीम इस बाघ के पीछे लगी रही। वही वनराज भी सुहाने मौसम का लुफ्त उठाते हुए वन अमले को घण्टो छकाते रहे।

अरे दीवानों मुझे पहचानो..कहां से आया मैं हूं कौन.. ? मैं हूं.. में हूं.. इस जंगल का डॉन..डॉन.. डॉन.. कुछ इसी अंदाज में जिले के सोमखेड़ा और मुरेड़ी के जंगल मे बिना कलर ID के घूम रहे बाघ को देखकर लोगों में दहशत का माहौल बन गया। आनन फानन में झापन वन परिक्षेत्र के अधिकारियों को सूचना दी गई और उन्होंने नौरादेही अभ्यारण में सूचना भेजी।

करीब घंटे भर में ही नौरादेही अभ्यारण के मुहली और दमोह जिले के झापन परिक्षेत्र से वन विभाग का अमला बीट क्रमांक PF 218 RF 137 में पहुंच गया। कुछ ही देर में वन विभाग के अमले के राडार में अर्थात सामने वनराज आ गए। परंतु बाघ को पकड़ना कोई हंसी खेल तो था नहीं कि रस्सी का फंदा डालो और पकड़ लो।

वनराज और वन अमले के बीच घंटे भर से अधिक तक चले लुका छिपी के खेल में बाघ जब सीसी रोड पर आता था तो पीछा कर रही वन विभाग की गाड़ियां रोड से कच्चे रास्ते में उतर जाती थी। इस दौरान काफी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ भी वन अमले के पीछे लगकर वनराज की मस्तानी चाल और मर्दाना अंदाज का दीदार करते रहे।

इस तरह देर तक वनराज वन विभाग के दस्ते के साथ ग्रामीणों को छकाते गुर्राते हुए सूर्यास्त के पहले घने जंगलों में घुस कर गायब हो गए। वन विभाग के अधिकारियों के लिए राहत वाली बात यहीं रही की वह बाघ को आबादी वाले क्षेत्र से दूर ले जाने में सफल रहे। बताया जा रहा है कि यह वही बाग है जो 2 महीने पहले हिंडोरिया क्षेत्र से होते हुए तारादेही व नोरादेही क्षेत्र में पहुंचा था। कुछ समय के लिए राधा और किशन नाम के बाघ युगल के बीच में भी विलेन बनकर यह रह चुका है।

नोरादेही के जंगल से मुहली, झापन वन परिक्षेत्र के सोम खेड़ा मुरेडी बीट में बाघ की चहल कदमी को देख कर अंदाजा लगाया जा रहा है क्या कहीं यहअब यहां से बोर होकर वापस पन्ना की तरफ तो नहीं जा रहा। यहां पर बाघ की मौजूदगी के संदर्भ में पन्ना टाइगर रिजर्व की टीम को सूचना भेज दी गई है। उम्मीद की जा रही हैै की इस बाघ को काबू में करके उसे कालर आईडी पहनाने जल्द ही पन्ना टाइगर की टीम यहा आ सकती है
जिला मुख्यालय से इतने नजदीक बिना कलर ID के वनराज की मौजूदगी के मामले में फिलहाल वन विभाग का अमला मुह खोलने यानि कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। वही अधिकारी भी चुप्पी साधे हुए हैं। जबकि आज दिन में नजदीक से वनराज का दीदार कर चुके ग्रामीण जन दहशत में अपनी रात गुजारेंगे यह बात तय है।

– मध्यप्रदेश से विशाल रजक तेन्दूखेड़ा/ शैलेंद्र चंदेल तारादेही

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