शाहजहाँपुर – निगोही ब्लाक प्रमुख मनोज कुमार वर्मा ने कहा कि एक युवती को बंधक बनाकर रेप करने का उन पर लगाया गया आरोप सरासर झूठा है। समाजवादी पार्टी के कुछ नेता विधायक व उनकी छवि को धूमिल करने के लिए निराधार आरोप लगाये जा रहे हैंं| जबकि सीबीसीआईडी की जांच मेंं रेप का आरोप झूठा साबित हो चुका है। शुक्रवार सुबह अपने आवास पर ब्लाक प्रमुख मनोज कुमार वर्मा ने कहा कि मेरे व विधायक के खिलाफ जो भी आरोप लगाए गए हैं, वे पूरी तरह से गलत दुर्भावना से प्रेरित हैं और विधायक की छवि को खराब करने के लिए सोच-समझ कर ऐसा किया गया है। उन्होंने बताया कि विधायक ने छोटे भाई विनोद वर्मा को चाल चलन ठीक ना होने के कारण 24 जनवरी 2011 को समस्त चल अचल संपत्ति से बेदखल कर दिया था। वहीं 25 फरवरी 2011 में युवती के पिता द्वारा थाना निगोही में युवती की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट दर्ज कराने के कुुुछ दिन बाद उसके पिता ने दूसरी तहरीर दी कि उसकी लड़की को विनोद वर्मा बहला फुुसलाकर भगा ले गया है। जिसका पुलिस ने मुकदमा भी दर्ज किया था करीब पांच माह बाद पुलिस ने विनोद वर्मा और लड़की को पकड़ लिया| 10 जुलाई 2012 को पुलिस ने लड़की को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेेश कर बयान दर्ज कराये| विनोद वर्मा और लड़की को विधायक द्वारा चल अचल सम्पत्ति से बेदखली की जानकारी हुई तो उन्होंने सपा नेताओ से मिलकर विधायक रोशनलाल वर्मा पर अपहरण और मुझपर दुष्कर्म का झूठा आरोप लगाकर न्यायलय में 164 के बयान दर्ज करवा दिये विधायक ने जब यह झूठा मामला शासन में उठाया तो शासन ने इसकी जांच सीबीसीआईडी को सौपी गई। सीबीसीआईडी को लड़की ने बयान दिया कि विधायक व उनके पुत्र ना तो अपहरण किया और ना ही दुष्कर्म।तत्पश्चात सीबीसीआईडी ने जांच समाप्त कर न्यायलय में रिपोर्ट प्रेषित कर दी न्यायलय ने सीबीसीआईडी की जांच को स्वीकार करने के लिए लड़की के पिता के पास सम्मन भेजे जब लड़की अपने मंसूबे में कामयाब नही हुई तो उसने फिर सपा नेताओ से मिलकर न्यायलय में दूवारा विवेचना का प्रार्थना पत्र दे दिया। न्यायलय ने पुन: विवेचना का प्रार्थना पत्र स्वीकार कर जांच के आदेश दे दिये| विधायक पुत्र ब्लाक प्रमुख मनोज कुमार वर्मा ने आरोप लगाया कि युवती जांच को प्रभावित करने के उद्देश्य से धरना प्रदर्शन और आत्मदाह की धमकी दे रही है।
-देवेन्द्र प्रताप सिंह कुशवाहा