देहरादून-उत्तराखंड जनपद देहरादून जीरो टॉलरेंस की सरकार में बेरोजगार चक्कर काटते रह गए और नौकरी विधानसभा अध्यक्ष के बेटे को मिली देहरादून। उत्तराखंड की जीरो टॉलरेंस की सरकार भी गजब है। भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस का दावा करने वाली सरकार का खुद का कामकाज सवालों के घेरे में है।एक तरफ जहां प्रदेश के हजारों बेरोजगार नौकरी के लिए चक्कर काट रहे हैं, वहीं दूसरी ओर एक व्यक्ति को उपनल के जरिए जल संस्थान में सहायक अभियंता के पद पर महज इसलिए नियुक्ति दे दी गई क्योंकि वह विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल के पुत्र हैं।हालांकि उसने इंजीनियरिंग की है, लेकिन उपनल के नियमों के अनुसार भर्ती केवल पूर्व सैनिक या सैनिकों के आश्रितों की ही की जा सकती है।भर्ती किए गए पीयूष अग्रवाल किसी भी सैनिक या पूर्व सैनिक के आश्रित नहीं हैं।उन्हें जल संस्थान के पित्थूवाला जोन में सहायक अभियंता के पद पर तैनाती दी गई है। इस मामले में अब सफाई का दौर शुरू हो गया है और एमडी उपनल पीपीएस पाहवा ने साफ कहा है कि उनके यहां से विधानसभा अध्यक्ष के बेटे की नियुक्ति नहीं हुई है।
-पौड़ी से इन्द्रजीत सिंह असवाल की रिपोर्ट