झिंझान – झिंझाना क्षेत्र के बिडौली यमुना खादर में खनन के ठेके की आड में अवैध रेत खनन धडल्ले से हो रहा है। खनन की शर्तों के अनुसार खनन शाम सात बजे के बाद रात में नहीं किया जा सकता। जबकि रात में होने वाले खनन से अधिकांश रेत के वाहन बिना रायल्टी के ही भरे जाते है जिसे राजस्व को भी चूना लगाया जा रहा है। लेकिन प्रशासन की चुप्पी इस पर सवालियान लगा रही है।
गांव बिडोली और शीतल गढ़ी के पास यमुना नदी में कच्चे बांध के निकट दिन-रात बड़े पैमाने पर यमुना नदी का सीना चीरा जा रहा है। शासन की पाबंदी के बावजूद भी रात में खनन माफिया पोकलेंड व जेसीबी मशीन का प्रयोग कर डम्फर व ट्रक दिन रात में रेत के यमुना नदी से निकाले जा रहे हैं। यमुना नदी में बेखौफ रेत माफिया दिन-रात सरकार को चुना लगाकर काली कमाई कर रहे हैं। मामले में पूरे जिले के कई आला अधिकारी मौन हैं। यह हाल उस समय है जबकि एनजीटी नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) ने मशीनों से खनन पर पूर्ण रोक लगा रखी है। सहारनपुर समेत कई जगह पर मशीनों से खनन करने पर एनजीटी पहले भी कई सौ करोड रुपए का जुर्माना खनन माफियाओं पर लगा चुकी है लेकिन यहाँ खनन माफियाओं के लिए मामूली बात है।
– राहुल शर्मा,शामली